'टेस्ट क्रिकेट में लंबी रेस का घोड़ा बनना पड़ता है...' सरफराज खान ने क्यों कहा ऐसा, VIDEO 

15 मार्च 2024 

इंड‍िया टुडे कॉन्क्लेव 2024 में 15 मार्च को आए भारतीय क्रिकेटर सरफराज खान और ध्रुव जुरेल ने टेस्ट मैच और व्हाइट बॉल क्रिकेट (टी20 और वनडे) पर खुलकर बात की. 

सरफराज खान ने कहा कि चाहें रेड बॉल क्रिकेट हो या व्हाइट बॉल क्रिकेट, दोनों ही क्रिकेट में अलग तरह की मेहनत करनी पड़ती हैं. 

26 साल के सरफराज ने कहा अगर दोनों ही तरह के क्रिकेट को साथ लेकर कोई ख‍िलाड़ी चल सके तो वो ज्यादा बेहतर है. 

सरफराज ने कहा कि टेस्ट मैच ज्यादा कठ‍िन होता है कि वो पांच दिन चलता है. इस फॉर्मेट को खेलने के लिए लंबी रेस का घोड़ा बनना पड़ता है. 

सरफराज ने कॉन्क्लेव में कहा जब व्हाइट बॉल क्रिकेट (टी20 और वनडे ) क्रिकेट खेलने को म‍िले तो उसके लिए अलग मेहनत करनी पड़ती है. ऐसे में दोनों के ल‍िए तैयार रहना चाहिए. 

आगे कहा- मैं तो बचपन से ही सुनता आया था, टेस्ट क्रिकेट को ही असली क्रिकेट माना जाता है. अब्बू (नौशाद खान) भी यही कहते थे कि टेस्ट मैच खेलना है. जब हाल में मैं खेला तो समझ आया कि असली क्रिकेट टेस्ट मैच ही है. 

सरफराज खान ने हाल में इंग्लैंड के खिलाफ अपनी डेब्यू टेस्ट सीरीज में 200 रन बनाए थे. इस दौरान उनका औसत 50 का रहा.

वहीं ध्रुव जुरेल ने कॉन्क्लेव में टेस्ट क्रिकेट को 'प्योरेस्ट फॉर्म ऑफ क्रिकेट' बताया. उन्होंने हाल‍िया सीरीज के 3 टेस्ट मैचों में 63.33 की औसत से 190 रन बनाए थे. इन तीन मैचों में उन्होंने 7 श‍िकार (2 स्टम्प और 5 कैच) क‍िए.