स्पिनर राधा यादव इस वक्त भारतीय महिला टीम की अहम सदस्य हैं.
वह मूलतः उत्तर प्रदेश के जौनपुर की रहने वाली हैं.
Pic credit: radhay2 instagramराधा को भारतीय टीम में तब शामिल किया गया था जब वह 17 साल की थीं.
Pic credit: radhay2 instagramराधा ने महज 6 साल की उम्र से क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया था.
Pic credit: radhay2 instagramवह मोहल्ले के लड़कों के ही साथ क्रिकेट खेलती थीं, जिसकी वजह से उनके परिवार को ताने सुनने पड़ते थे.
Pic credit: radhay2 instagramइन सबके बीच राधा के पिता उनके साथ हमेशा खड़े नजर आए और कभी भी लोगों की सोच की परवाह नहीं की.
Pic credit: radhay2 instagramराधा के पिता मुंबई में दूध बेचने का काम करते थे.
Pic credit: radhay2 instagramपिता की कमाई से राधा के लिए खुद का बैट खरीदना भी मुश्किल था.
Pic credit: radhay2 instagramऐसे में वह लकड़ी को ही बैट बनाकर प्रैक्टिस करती थीं.
Pic credit: radhay2 instagramराधा यादव को पहली बार राजेश्वरी गायकवाड़ के चोटिल होने पर मौका मिला था.
Pic credit: radhay2 instagramएक बार मौका मिलने के बाद राधा ने फिर मुड़कर वापस नहीं देखा. उनका शानदार प्रदर्शन लगातार जारी है.
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