5 OCT 2024
Credit: Getty/PTI
भारतीय क्रिकेट टीम को न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज में 0-3 से हार का सामना करना पड़ा.
इस सीरीज में भारत का प्रदर्शन भले ही निराशाजनक रहा, लेकिन मैदान पर भारतीय टीम की फील्डिंग काफी दुरुस्त रही.
भारतीय खिलाड़ियों ने कुछ बेहतरीन कैच लपके. मुंबई टेस्ट में आर. अश्विन ने डेरेल मिचेल का जो कैच लपका, वो लाजवाब था.
देखा जाए तो पिछले कुछ समय में भारतीय टीम की फील्डिंग में काफी सुधार देखने को मिला है.
इसका श्रेय टीम के फील्डिंग कोच टी. दिलीप को दिया जाता है. दिलीप को बचपन से ही क्रिकेट से लगाव था.
मगर उन्हें फैमिली का सपोर्ट नहीं मिला, जिसक कारण वो फर्स्ट क्लास क्रिकेट तक नहीं खेल सके.
दिलीप ने बाद में कोचिंग को करियर बनाने की ठानी. दिलीप एक समय बच्चों को मैथ्स की ट्यूशन देते थे, ताकि कोचिंग करने के लिए पैसे जमा हों.
दिलीप ने राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (NCA) के कोचिंग कार्यक्रम में हिस्सा लिया. उस दौरान उन्हें आर. श्रीधर के साथ काम करने का मौका मिला, जो भारत के फील्डिंग कोच रह चुके हैं. यहां से दिलीप लाइमलाइट में आए.
दिलीप राज्य क्रिकेट अकादमी में जूनियर लेवल पर कोचिंग देने लगे. फिर दिलीप ने इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में डेक्कन चार्जर्स के सहायक फील्डिंग कोच की भूमिका निभाई.
दिलीप ने ही भारतीय टीम में बेस्ट फील्डर मेडल देने की परंपरा शुरू की. दिलीप राहुल द्रविड़ के कोचिंग कार्यकाल में भी फील्डिंग कोच की भूमिका में थे.