टीम इंडिया ने टेस्ट इतिहास में कई मुकाबले जीते हैं, लेकिन एक ऐसा मैच भी है जिसे भारतीय फैन्स कभी याद नहीं रखना चाहेंगे. यह साल 1976 की बात है जब भारतीय टीम वेस्टइंडीज दौरे पर गई थी और किंग्सटन के सबीना पार्क में मुकाबला खेला गया था.
वेस्टइंडीज की टीम में माइकल होल्डिंग, बर्नार्ड जूलियन जैसे खतरनाक तेज गेंदबाज थे. 21-25 अप्रैल के दौरान खेले गए मुकाबले में भारत को पहली पारी छह विकेट पर 306 रनों पर घोषित करनी पड़ी. पहली पारी में अंशुमन गायकवाड़ और बृजेश पटेल चोटिल होकर रिटायर्ड हर्ट हुए.
जहां अंशुमन गायकवाड़ के बाएं कान पर चोट लगी थी, वहीं बृजेश पटेल को मुंह में चोट लगने के बाद टांके पड़े थे. इतना ही नहीं गुंडप्पा विश्वनाथ के दाहिने हाथ की उंगली टूट गई. जबकि कप्तान बिशन सिंह बेदी और भागवत चंद्रशेखर चोटिल होने के डर से बैटिंग करने नहीं उतरे.
जवाब में क्लाइव लॉयड की कप्तानी वाली वेस्टइंडीज ने अपनी पहली पारी में 391 बना लिए. इसके बाद असली ड्रामा उस समय हुआ जब भारतीय टीम अपनी दूसरी पारी में बैटिंग करने उतरी. अंशुमन गायकवाड़, बृजेश पटेल और गुंडप्पा विश्वनाथ बैटिंग करने लायक नहीं बचे थे.
जब स्कोर पांच विकेट पर 97 रन था और लीड सिर्फ 12 रनों की हो पाई थी, वहीं भारतीय टीम की दूसरी पारी का अंत हो गया. क्योंकि अंशुमन, बृजेश पटेल और विश्वनाथ के अलावा बेदी और भागवत चंद्रशेखर दूसरी पारी में भी बल्लेबाजी के लिए नहीं उतरे.
PIC: Getty Imagesबेदी ने मैच के बाद कहा था कि चंद्रशेखर और वे खुद फील्डिंग के दौरान चोटिल हो गए. भारत की दूसरी पारी के स्कोर बोर्ड पर इन 5 खिलाड़ियों के आगे 'एबसेंट हर्ट' लिखा गया. चोट से भारत की हालत इतनी खराब थी कि दौरे पर गए सभी 17 खिलाड़ी सब्स्टीट्यूट के तौर पर कभी न कभी मैदान पर दिखे.
PIC: Getty Imagesहद तो तब हो गई जब सब्स्टीट्यूट के तौर पर मैदान पर उतरे सुरिंदर अमरनाथ को मैच के दौरान ही अपेंडिक्स के ऑपरेशन के लिए हॉस्पिटल ले जाया गया. वेस्टइंडीज ने वह मैच दस विकेट से जीत सीरीज पर 2-1 से कब्जा कर लिया.