टीम इंडिया के पहले हेड कोच का नाम जानते हैं? ये दिग्गज भी रह चुके महागुरु

14 July 2024

Credit: Getty/AP/AFP/BCCI

आईसीसी मेन्स टी20 वर्ल्ड कप 2024 की समाप्ति के साथ ही बतौर हेड कोच राहुल द्रविड़ का कार्यकाल समाप्त हो गया था.

द्रविड़ के बाद गौतम गंभीर टीम इंडिया के नए कोच बन चुके हैं. गंभीर 27 जुलाई से शुरू हो रहे श्रीलंका दौरे के साथ अपने कार्यकाल की शुरुआत करेंगे.

गौतम गंभीर से यही उम्मीद है कि वो राहुल द्रविड़, गैरी कर्स्टन, जॉन राइट की तरह भारत के सफल कोच साबित होंगे. आइए जानते हैं कि कौन-कौन से दिग्गज भारतीय पुरुष क्रिकेट टीम के हेड कोच रह चुके हैं...

1. बिशन सिंह बेदी: भारतीय टीम के पहले कोच (1990-91) बिशन सिंह बेदी थे. तब मोहम्मद अजहरूद्दीन टेस्ट और वनडे फॉर्मेट में टीम के कप्तान थे.

बेदी से पहले विदेशी दौरों के लिए भारतीय टीम में मैनेजर की नियुक्ति की जाती थी. उदाहरण के लिए 1983 के क्रिकेट वर्ल्ड कप में पीआर मानसिंह भारतीय टीम के मैनेजर थे.

2. अब्बास अली बेग: बेदी के बाद अब्बास अली भारतीय टीम के कोच बने. बेग ने 1991-1992 के दौरान भारतीय क्रिकेट टीम के मुख्य कोच के रूप में काम किया था.

3. अजीत वाडेकर: फिर 1992-96 के दौरान अजीत वाडेकर ने भारतीय टीम को कोचिंग दी. इन चार सालों में वाडेकर की कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन के साथ जबरस्त बॉन्डिंग रही. वाडेकर की कोचिंग में भारत लगातार 14 टेस्ट मैचों में अजेय रहा.

4. संदीप पाटिल: साल 1996 में कुछ वक्त के लिए संदीप पाटिल भी भारतीय टीम के कोच रहे. इंग्लैंड दौरे पर खराब प्रदर्शन के बाद उन्हें हटा दिया गया.

5. मदन लाल: पाटिल की जगह उनके टीममेट रहे मदन लाल ने यह जिम्मेदारी संभाली. मदन लाल का कार्यकाल लगभग एक साल (1996-97) का रहा.

6. अंशुमान गायकवाड़: अंशुमान गायकवाड़ दो बार भारतीय टीम के हेड कोच बने. पहले गायकवाड़ ने 1997-99 के दौरान भारतीय टीम को कोचिंग दी. फिर 2000 में भी वह कुछ समय के लिए भारतीय टीम के कोच रहे.

7. कपिल देव: 1983 वर्ल्ड कप में विजेता टीम के कप्तान रहे कपिल देव भी भारत के कोच (1999-2000) रह चुके हैं. कपिल देव पर मनोज प्रभाकर ने मैच फिक्सिंग के आरोप लगाए थे, जिसके बाद उन्होंने इस्तीफा दे दिया. हालांकि वे आरोप बाद में खारिज कर दिए गए.

8. जॉन राइट: भारतीय टीम के पहले विदेशी कोच जॉन राइट थे. राइट का कार्यकाल (2000-05) काफी शानदार रहा और उन्होंने गांगुली के साथ मिलकर भारतीय टीम को नई दिशा दी. राइट की कोचिंग में भारत ने 2002 में चैम्पियंस ट्रॉफी जीता था. फिर भारतीय टीम 2003 के वर्ल्ड कप फाइनल में पहुंची.

9. ग्रेग चैपल: राइट के बाद ग्रेग चैपल भारतीय टीम के कोच बने, हालांकि उनका कार्यकाल (2005-07) विवादित रहा और उनके भारतीय खिलाड़ियों से मतभेद (खासकर सौरव गांगुली) सामने आए. चैपल की कोचिंग में भारतीय टीम 2007 के ओडीआई वर्ल्ड कप में पहले ही राउंड से बाहर हो गई.

10. गैरी कर्स्टन: कर्स्टन भारतीय टीम के सफलतम कोच माने जाते हैं. भारत ने जब महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में 2011 का विश्व कप जीता था, तो कर्स्टन को भारतीय खिलाड़ियों ने कंधों पर उठा लिया था. कर्स्टन 2007-11 के दौरान टीम इंडिया के हेड कोच रहे.

11. डंकन फ्लेचर: गैरी कर्स्टन के बाद डंकन फ्लेचर (2011-15) ने भारतीय टीम को कोचिंग दी. कर्स्टन की कोचिंग में भारतीय टीम ने 2013 के चैम्पियंस ट्रॉफी में खिताबी जीत हासिल की थी. 2015 के वनडे विश्व कप की समाप्ति के बाद फ्लेचर ने भारतीय क्रिकेट से अपना नाता तोड़ लिया.

12. रवि शास्त्री: शास्त्री 2014-16 के दौरान टीम के डायरेक्टर रहे और फ्लेचर के जाने के बाद उन्होंने कोच की भी भूमिका अदा की. फिर 2017-21 के दौरान भी शास्त्री ने हेड कोच की जिम्मेदारी संभाली. शास्त्री की कोचिंग में ही भारत ने ऑस्ट्रेलियाई धरती पर पहली बार टेस्ट सीरीज जीती.

13. अनिल कुंबले: पूर्व भारतीय कप्तान अनिल कुंबले का कार्यकाल (2016-17) एक साल का रहा. कुंबले की कोचिंग में भारत 13 में से केवल एक टेस्ट हारा. माना जाता है कि विराट कोहली से कुंबले के मतभेद सामने आए थे, जिसके चलते उन्होंने इस्तीफा दे दिया.

14. राहुल द्रविड़: कुंबले के टीममेट रहे राहुल द्रविड़ ने 2021-24 के दौरान टीम इंडिया को कोचिंग दी. द्रविड़ की कोचिंग में ही भारतीय टीम तीनों फॉर्मेट में नंबर-1 बनी है. द्रविड़ ने हाल ही में भारत को टी20 वर्ल्ड कप चैम्पियन बनाया था, जो उनके लिए एक यादगार गिफ्ट रहा.

15. गौतम गंभीर: टीम इंडिया के नए कोच गौतम गंभीर का कार्यकाल 2027 तक रहेगा. इस दौरान चार आईसीसी टूर्नामेंट्स होने हैं. इसमें चैम्पियंस ट्रॉफी 2025, WTC फाइनल 2025, टी20 वर्ल्ड कप 2026 और क्रिकेट वर्ल्ड कप 2027 शामिल हैं.

बता दें कि जब भारत ने 2007 का टी20 वर्ल्ड कप जीता था, तो लालचंद राजपूत टीम के मैनेजर थे. वहीं संजय बांगड़ और वीवीएस लक्ष्मण भी अंतरिम कोच रह चुके हैं.