WWE की दीवानगी पूरी दुनिया में है. आपके मन में यह सवाल जरूर उठता होगा कि WWE की फाइट क्या रियल होती है और इसमें स्टार प्लेयर्स को सच में मार खानी पड़ती है.
PIC: InstagramWWE की कहानी किसी बॉलीवुड फिल्म की तरह ही एक तरीके से स्क्रिप्टेड होती है. इसमें पहले ही तय कर लिया जाता है कि फाइट का विजेता कौन होगा और किसे पराजित होना पड़ेगा.
PIC: InstagramWWE के रेसलर्स को फाइट की ट्रेनिंग दी जाती है. उन्हें मारने और मार खाने की खास तरीके से ट्रेनिंग मिलती है. फिर मैच के दौरान ट्रेनिंग में बताई गई चीजों को फॉलो करते हुए फाइट लड़ते हैं.
आपने गौर किया होगा कि WWE में कोई भी रेसलर विपक्षी प्लेयर के चेहरे पर सीधे पंच नहीं मारता है. पंच का एंगल थोड़ा टेढ़ा होता है ताकि गंभीर चोट नहीं लगे.
WWE का मैट भी इस तरीके का होता है कि उसपर गिरने से ज्यादा चोट नहीं लगती है. रेसलर्स एक दूसरे पर कुर्सियां, डंडे और हथौड़े जैसी चीजों से प्रहार करते हैं. ये हथियार देखने में जितना मजबूत दिखते हैं उतना मजबूत होते नहीं.
PIC: Instagramरेसलर्स मुंह से खून निकालने के लिए ब्ल्ड कैप्सूल्स का यूज करते हैं और स्क्रिपट के मुताबिक उनके मुंह से खून निकलने लगता है. WWE की शूटिंग भी किसी बॉलवुड मूवी की तरह ही होती है और इसमें भी दर्शक जुटाए जाते हैं.
कहने का अर्थ यह है कि WWE में रेसलर्स मार तो खाते हैं लेकिन उन्हें ज्यादा चोट नहीं लगती है. हां, कुछ मौकों पर सच में रेसलर्स को गंभीर चोट लग चुकी है. जॉन सीना इसके उदाहरण हैं.