'ये तो बस...', यशस्वी ने साबित की बादशाहत, VIDEO में बताया फ्यूचर प्लान

15 जुलाई 2023

फोटो: सोशल मीडिया, गेटी, बीसीसीआई

यशस्वी जायसवाल ने पहले ही टेस्ट मैच में 171 रन जड़कर कई रिकॉर्ड स्थाप‍ित किए. 

यशस्वी को उनके शानदार प्रदर्शन के कारण प्लेयर ऑफ द मैच का अवॉर्ड भी दिया गया.

अब यशस्वी का एक वीडियो सामने आया है, इसे BCCI ने शेयर किया. इस वीडियो में यशस्वी कह रहे हैं कि ये तो बस उनकी शुरुआत है. 

इस वीडियो में यशस्वी के हाथ में प्लेयर ऑफ द मैच की ट्रॉफी भी द‍िख रही है. 

यशस्वी जायसवाल ने वेस्टइंडीज के ख‍िलाफ पहले ही टेस्ट मैच में 171 रन बनाए थे. 

वो विदेश में पहले ही टेस्ट में शतक बनाने वाले पहले भारतीय सलामी बल्लेबाज बन गए हैं.

हालांकि वह दोहरा शतक बनाने से चूक गए पर उन्होंने अपनी पारी से साब‍ित कर द‍िया  क‍ि वह लंबी रेस के ख‍िलाड़ी हैं. 

यूपी के भदोही में 28 दिसम्बर 2001 को जन्मे यशस्वी जायवाल 12 साल की उम्र में मुंबई पहुंचे और आजाद मैदान में क्रिकेट की एबीसीडी सीखी. 

यहां वह मुस्ल‍िम यूनाइटेड क्लब के संपर्क के कोच इमरान सिंह के संपर्क में आए. कोच इमरान ने उनसे कहा कि अगर मैच में परफॉर्म किया तो उसे टेंट में रहने को मिलेगा. 

ऐसा दावा है कि यशस्वी ने टेंट में रहकर भी अपनी जिंदगी आजाद मैदान के पास बिताई, डेयरी में भी काम किया. यशस्वी ने खुद एक इंटरव्यू में बताया कि उन्होंने गोलगप्पे भी बेचे थे.

यहीं उन्हें पहली बार कोच ज्वाला सिंह ने देखा था, फिर वह उनको सबअर्बन सांताक्रुज में स्थ‍ित अपनी कोचिंग में ले गए.

यशस्वी की जिंदगी में बड़ा यूटर्न अक्टूबर 2019 में आया. जब उन्होंने विजय हजारे ट्रॉफी में 113, 22, 122, 203 और नाबाद 60 रन बनाए थे.

अगले साल यशस्वी ने दक्षिण अफ्रीका में अंडर-19 वर्ल्ड कप में शानदार बल्लेबाजी की, जहां वो 'प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट' रहे और टीम उपविजेता रही.

घरेलू क्रिकेट में मुंबई से खेलने वाले यशस्वी ने 15 फर्स्ट क्लास मैचों में 80.21 के एवरेज से 1845 और 32 लिस्ट ए मैचों में भी 53.96 के एवरेज से 1511 रन बनाए हैं.

आईपीएल 2023 में भी यशस्वी ने 14 मैचों में 625 रन जड़े थे. आईपीएल में उन्हें राजस्थान रॉयल्स ने 2.4 करोड़ रुपए में खरीदा था.

इसी वजह से उनका टीम इंडिया में सेलेक्शन हुआ. वेस्टइंडीज के ख‍िलाफ शतक जड़कर यशस्वी ने कई रिकॉर्ड अपने नाम किए.

यशस्वी जायसवाल शतक जड़ने के बाद भावुक हो गए और उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय मां-बाप को दिया. 

यशस्वी के प‍िता भूपेंद्र जायसवाल अपने बेटे की सफलता पर बेहद खुश नजर आए थे. हालांकि, यशस्वी प‍िता के दोहरे शतक बनाने की इच्छा पूरी नहीं कर पाए. 

वहीं यशस्वी जायसवाल के कोच ज्वाला सिंह अपने शिष्य के शानदार आगाज से काफी खुश नजर आए. 

उन्होंने कहा, 'मुझे अहसास था कि वह अच्छी शुरुआत करेगा.' यशस्वी जायसवाल शतक के साथ टेस्ट करियर का आगाज करने वाले भारत के 17वें बल्लेबाज हैं.

जायसवाल ने शतक पूरा करने के बाद कहा था, ‘यह तो सिर्फ मेरे करियर का आगाज है. कोशिश करूंगा कि इसे लंबा लेकर जा सकूं.’