साइबर स्कैम के आए दिन नए-नए मामले को पढ़ने को मिल रहे हैं. Cyber Fraud का एक नया केस सामने आया है, जहां एक व्यक्ति को ऑनलाइन रिचार्ज करना भारी पड़ा.
दरअसल, महाराष्ट्र के रहने वाले एक व्यक्ति FasTag का रिचार्ज नहीं हो रहा था. कई बार प्रयास के बाद भी वह रिचार्ज नहीं कर पा रहे थे. इसका समाधान पाने के लिए उसने ऑनलाइन सर्च किया.
ऑनलाइन सर्चिंग के बाद विक्टिम का सपंर्क एक व्यक्ति से हुआ, जिसने खुद को FasTag का कस्टमर एग्जीक्यूटिव बताया.
इसके बाद खुद को कस्टमर एग्जीक्यूटिव बताने वाले ने विक्टिम की पूरी सहायता करने का वादा किया. इसके बाद विक्टिम को जाल में फंसासा.
स्कैमर्स ने सबसे पहले कॉलिंग के दौरान विक्टिम के फोन में एक ऐप इंस्टॉल कराया. इसके बाद फोन का रिमोट एक्सेस हासिल किया.
इसके बाद विक्टिम के अकाउंट से 2.4 लाख रुपये उड़ा लिए. यह ट्रांजैक्शन अलग-अलग बैंक अकाउंट में हुईं और इस दौरान कुल 6 ट्रांजैक्शन हुईं.
इसके बाद फर्जी कस्टमर केयर एग्जीक्यूटिव ने कॉल डिसकनेक्ट कर दी. इसके साथ ही कम्यूनिकेशन के सभी रास्ते बंद कर दिए. इसके बाद विक्टिम लाख कोशिशों के बाद भी उससे संपर्क नहीं कर पाया.
इसके बाद विक्टिम ने मामले की जानकारी पुलिस को दी और साइबर विंग में जाकर उसने FIR दर्ज कराई. अब पुलिस इस मामले की जांच कर रही है.
ऑनलाइन सर्च करना गलत नहीं है, लेकिन वहां मिलने वाला हर एक कस्टमर केयर नंबर सही नहीं होता है. साथ ही अनजान व्यक्ति के कहने पर कभी भी कोई ऐप इंस्टॉल ना करें.