4G-5G के लिए मिले 89 हजार करोड़
टेलीकॉम सेक्टर में कभी BSNL का दबदबा हुआ करता था. कंपनी Jio, Airtel और दूसरे प्राइवेट प्लेयर्स की एंट्री के बाद काफी पिछड़ गई है. सरकार कंपनी को वापस पटरी पर लाने में मदद कर रही है.
इसके लिए यूनियन कैबिनेट ने 7 जून को 89,047 करोड़ रुपये के रिवाइवल पैकेज को मंजूरी दी है. इस रिवाइवल पैजेक में ज्यादातर हिस्सा 4G और 5G स्पेक्ट्रम के लिए दिया गया है.
इस तरह से कंपनी की ऑथराइज्ड कैपिटल 1,50,000 करोड़ रुपये से बढ़कर 2,10,000 करोड़ रुपये हो गई है. ये जानकारी प्रेस रिलीज में दी गई है.
प्रेस रिलीज में कहा गया है कि रिवाइवल पैकेज BSNL को स्टेबल टेलीकॉम सर्विस प्रोवाइड करने में मदद करेगा. इससे भारत के रिमोट एरिया में भी यूजर्स को कनेक्टिविटी मिलेगी.
रिवाइवल पैकेज की मंजूरी से पहले BSNL और TCS (टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज) के बीच साझेदारी हुई है. TCS बीएसएनएल को 4G नेटवर्क स्टैब्लिश करने में मदद करेगी.
BSNL 4G की शुरुआत उस वक्त होने जा रही है, जब Jio और Airtel जैसे प्लेयर्स ने 5G रोलआउट कर रहे हैं. BSNL लंबे समय से खराब इंफ्रास्ट्रक्चर से परेशान है.
टेलीकॉम सेक्टर में इसे Jio, Airtel और Vi (वोडाफोन आइडिया) से कड़ी टक्कर मिली है. BSNL 4G शुरू होने के बाद यूजर्स को लो-कॉस्ट सर्विसेस मिल सकती हैं.
प्रेस रिलीज के मुताबिक, रिवाइवल पैकेज का फायदा पैन इंडिया 4G और 5G सर्विस के विस्तार में मिलेगा. इसके अलावा रूलर एरिया में 4G कनेक्टिविटी के विस्तार में भी इसका फायदा होगा.
बता दें कि साल 2019 में सरकार ने पहला रिवाइवल पैकेज कंपनी को दिया था. उस वक्त BSNL को 69 हजार करोड़ रुपये मिले थे. 2022 में सरकार ने दूसरा पैकेज 1.64 लाख करोड़ रुपये का दिया था.