दो Aliens से मिले थे अमेरिकी अफसर! इस लीक डॉक्यूमेंट ने मचाई सनसनी

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एलियंस को लेकर आज तक तमाम तरह के दावे किए गए हैं. लेकिन इनकी कभी किसी ने पुष्टि नहीं की.

दशकों से दावा किया जाता है कि अमेरिका में एक यूएफओ क्रैश हुआ था. जिसके भीतर एलियन भी मिला था.

अब अमेरिकी सरकार के लीक दस्तावेजों ने इसी घटना की पुष्टि भी कर दी है. ये जानकारी डेली स्टार ने अपनी रिपोर्ट में दी है.

दस्तावाजों से ये भी पता चला है कि अमेरिकी अफसरों ने करीब 20 साल बाद एक अन्य एलियन क्रैश साइट पर दो एलियंस के साथ आधिकारिक बैठक की थी. 

अभी ये नहीं पता चला है कि दस्तावेज आखिर कहां से आए हैं. लेकिन इस रिपोर्ट के कई पेज रेडिट पर शेयर किए गए. जिससे पता चला कि रोजवेल वाली घटना सच थी.

कई लोगों का दावा है कि साल 1947 में अमेरिका के रोजवेल में यूएफओ क्रैश हुआ था. जिसमें एलियन का शव भी बरामद हुआ. 

अमेरिकी सरकार ने एलियन के शव और क्रैश हुए मलबे को छिपा दिया. जहां इसे छिपाया गया है वो जगह नेवादा का एरिया 51 है. 

रिपोर्ट में लिखा है कि 7 जुलाई 1947 को (जब रोजवेल की घटना हुई) वैज्ञानिक अध्ययन के लिए मलबे की बरामदगी के लिए एक सीक्रेट ऑपरेशन शुरू किया गया था.

इनमें दावा किया गया है कि 25 अप्रैल, 1964 को अमेरिकी वायु सेना के खुफिया अफसरों की न्यू मेक्सिको के रेगिस्तान में एलियंस से मुलाकात हुई. 

इसे लोनी जमोरा घटना के रूप में जाना जाता था. यहां एक पुलिस अधिकारी ने दावा किया कि उसने दो लोगों को एक चमकदार वस्तु के पास देखा था, जो बाद में हवा में उड़ गई.

इसे प्रोजेक्ट सिग्मा नाम दिया गया है. जिसमें 25 अप्रैल की घटना के बारे में विस्तार से बताया गया है. हालांकि अमेरिकी अफसर यूएफओ से जुड़ी घटना को हमेशा नकारते हैं.

इसमें लिखा है, '25 अप्रैल 1964 में USAF इंटेलिजेंस अफसर दो एलियंस से न्यू मेक्सिको के रेगिस्तान में मिले. मीटिंग तीन घंटे तक चली.' 

दस्तावेज के अनुसार, 'इन्होंने आपस में बेसिक जानकारी साझा की. प्रोजेक्ट न्यू मेक्सिको के वायु सेना बेस पर जारी है.' हालांकि इन दावों में कितनी सच्चाई है, इसकी हम पुष्टि नहीं कर सकते.