गुजरात और महाराष्ट्र में बिपोर्जॉय तूफान के कारण भारी तबाही की आशंका बनी हुई है. तूफान तेजी से आगे की तरफ बढ़ रहा है.
बिपोर्जॉय का मतलब बंगाली भाषा में आपदा होता है. गुजरात और महाराष्ट्र के तटीय इलाकों में तेज हवाएं चल रही हैं.
गुजरात में हाई अलर्ट जारी हुआ है. यहां कच्छ, द्वारका, जामनगर, पोरबंदर, समेत कई जिलों में 14-15 जून तक भारी बारिश की चेतावनी दी गई है.
सरकार का कहना है कि सेना समेत राहत बचाव की टीमें हर स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं. पाकिस्तान में भी तूफान का खतरा बना हुआ है. यहां भारी तबाही होने की आशंका है.
इस बीच हम आपको एक ऐसे तूफान के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसे दुनिया का अब तक सबसे भीषण तूफान कहा जाता है. तुर्की हैं.
इसने जो तबाही मचाई, उसकी कभी किसी ने कल्पना तक नहीं की थी. तूफान के कारण बाढ़ आ गई. हर तरफ भारी नुकसान हुआ. इसने भारत के पश्चिम बंगाल में भी तबाही मचाई थी.
पाकिस्तान के मौसम विभाग की तरफ से बेशक तूफान को लेकर चेतावनी जारी की गई थी लेकिन भारी तादाद में लोग शरणार्थी शिविर तक नहीं पहुंच पाए थे.
इसका साफ मतलब था कि बड़ी संख्या में लोगों को खतरे वाले स्थानों से निकाला ही नहीं गया. ऐसा अनुमान है कि इस तूफान ने 300,000 से 500,000 लोगों की जान ले ली.
इसे इतिहास का सबसे भीषण तूफान कहा जाता है. इसके कारण लाखों लोगों की मौत हो गई. बड़ी संख्या में लोग लापता हुए. हजारों जानवरों की मौत हुई. तूफान बांग्लादेश के भोला जिले में आया था.
वेदर डॉट कॉम की रिपोर्ट के अनुसार, इसने तजुमुद्दीन शहर की 45 फीसदी आबादी को मिटा दिया, यहां 167,000 लोगों की मौत हुई थी. तूफान ने यहां भारी नुकसान पहुंचाया था.
पाकिस्तान ने लोगों तक समय पर मदद नहीं पहुंचाई. इसी वजह से आंशका से अधिक लोगों ने जान गंवाई. ऐसा भी कहा जाता है कि तूफान के कारण बांग्लादेश के लोगों में पाकिस्तानी सरकार के प्रति भारी गुस्सा था.