By: Aajtak.in

इस देश ने 'प्यार में पड़ने' के लिए स्टूडेंट्स को दिया 7 दिन का 'Love' ब्रेक, आखिर क्या है वजह? 

चीन के 9 कॉलेज एक अनोखा प्लान लाए हैं. यहां स्टूडेंट्स को 'प्यार में पड़ने' के लिए ब्रेक दिया जा रहा है. 

(Credit- Pexels- प्रतीकात्मक तस्वीर)

एनबीसी न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, सबसे पहले मियानयांग फ्लाइंग वोकेश्नल कॉलेज ने 21 मार्च को स्प्रिंग ब्रेक देने का ऐलान किया. 

1 से 7 अप्रैल तक स्टूडेंट्स को 'प्रकृति और जीवन से प्रेम करना सीखने और बसंत महीने की छुट्टियों में प्यार का आनंद लेने' के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है.


कॉलेज के डिप्टी डीन ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि इस दौरान स्टूडेंट्स हरियाली में पानी और पहाड़ देखने जाएंगे. इससे उनमें भावनाएं विकसित होंगी.

कॉलेजों ने स्टूडेंट्स को होमवर्क के तौर पर डायरी लिखने, पर्सनल ग्रोथ रिकॉर्ड करने और ट्रैवल वीडियो बनाने को भी कहा है.

विशेषज्ञों का कहना है कि यह घटती जन्म दर को बढ़ाने का एक तरीका है. इस परेशानी को कम करने के लिए ऐसा किया जा रहा है. 

चीनी सरकार ने जन्म दर बढ़ाने के लिए 20 से अधिक सिफारिशों के साथ आगे आने को कहा. 1980-2015 तक लागू रही वन चाइल्ड पॉलिसी के चलते ये संकट आया है.

चीन में बीते साल जन्म दर 1000 लोगों पर 6.77 जन्म हो गई. जबकि ये आंकड़ा 2021 में 7.52 था. 2021 में तीन बच्चे तक पैदा करने की नीति लागू की गई.


बच्चों का पंजीकरण कराने के लिए महिलाओं की कानूनी रूप से शादीशुदा होने की अनिवार्यता भी हटा दी गई. बावजूद इसके लोग बच्चे पैदा करने से बच रहे हैं.


चीन के युवाओं का ऐसा करने के पीछे का कारण बढ़ती महंगाई, शिक्षा का खर्च, कम सैलरी, कमजोर सामाजिक सुरक्षा और बढ़ती लैंगिक असमानता है.