20 March 2024
Credit: instagram@myhpld/Pexels
लोग लाइब्रेरी जाते हैं, किताबें पढ़ते हैं और कई बार कुछ दिनों के लिए इसे इशू भी करा लेते हैं.
इसे अपने पास रखने की एक समय सीमा होती है. तब तक अगर इसे लाइब्रेरी को न लौटाया जाए तो हर एक दिन का फाइन लगता है.
लेकिन हाल में जब एक शख्स लाइब्रेरी की किताब लौटाने के लिए आया तो वहां का स्टाफ हैरान ही रह गया.
दरअसल ये किताब 30 मई 1987 को इशू कराई गई थी. यानी इसके कुल 37 साल बाद लौटाया जा रहा था.
मामला कोलोरैडो का है. किताब खोलने पर अंदर लिखा था- देरी के लिए माफी, ये थोड़ी लंबी और अजीब ट्रिप थी.
बता दें कि पहले भी कई ऐसे मामले सामने आए है. इनमें बहुत अधिक लंबे समय के चलते फाइन माफ कर दिए गए हैं.