पीठ पर तौलिया रखा और तेल से लगा दी आग... आखिर लोग क्यों करवा रहे ये Fire Massage

06 Jan 2025

फ़ायर मसाज एक तरह की मसाज थेरेपी है, जिसमें आग की गर्माहट का इस्तेमाल करके मांसपेशियों को ठीक किया जाता है.

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इस मसाज का मुख्य उद्देश्य शरीर की मांसपेशियों से जकड़न को दूर करना है.

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इस प्रक्रिया में पहले शरीर पर तेल लगाया जाता है और फिर तौलियों को त्वचा पर दबाया जाता है.

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इसके बाद, तौलिये पर हल्का सा ऐल्कोहल डाला जाता है और आग लगाई जाती है, जिससे तौलिये से निकलने वाली गर्मी मांसपेशियों में आराम पहुंचाती है.

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मसाज पूरी होने पर ऊपर से दूसरा तौलिया डालकर आग को बुझा दिया जाता है.

हालांकि, फायर मसाज को केवल एक्सपर्ट द्वारा किया जाता है क्योंकि इसमें एक छोटी सी भी गलती त्वचा को जला सकती है.

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यह तकनीक एक प्राचीन फिरौनिक पद्धति है, जिसकी उत्पत्ति मिस्र (Egypt) में हुई थी.

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कहा जाता है कि प्राचीन मिस्र के योद्धा युद्ध के बाद इस तकनीक का इस्तेमाल मांसपेशियों के दर्द को कम करने और आराम पाने के लिए करते थे.

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फायर मसाज को कभी-कभी कप के माध्यम से भी किया जाता है. इसमें कप को आग के ऊपर रखकर गर्म किया जाता है और फिर उसे शरीर पर दबा दिया जाता है, ताकि गर्मी मांसपेशियों तक पहुंचे और उन्हें राहत मिल सके.