भारत के सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को सेम सेक्स मैरिज को लेकर जो फैसला सुनाया, उसने समलैंगिकों को निराश कर दिया है.
कोर्ट ने LGBTQIA+ समुदाय को शादी करने का अधिकार नहीं दिया. इस बीच सुप्रीम कोर्ट के बाहर एक गे कपल ने सगाई की है.
कोर्ट के फैसले के एक दिन बाद अनन्या कोटिया और उत्कर्ष सक्सेना कोर्ट के बाहर खडे़ हुए. फिर एक दूसरे को अंगूठी पहनाई.
अनन्या कोटिया ने सगाई की तस्वीर सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म एक्स पर शेयर की है. उन्होंने कोर्ट के फैसले पर अपनी नाराजगी भी जाहिर की.
अनन्या ने कहा, 'कल दुख हुआ. आज उत्कर्ष सक्सेना और मैं उस कोर्ट में वापस गए, जिसने हमारे अधिकारों को अस्वीकार कर दिया और हमने एक दूसरो को अंगूठी पहनाई.'
वो आगे लिखते हैं, 'इसलिए ये हफ्ता कानूनी नुकसान वाला नहीं था, बल्कि हमारी सगाई वाला था. हम किसी और दिन लड़ने के लिए लौटेंगे.'
अनन्या कोटिया सुप्रीम कोर्ट में समलैंगिक विवाह के याचिकाकर्ताओं में से एक थे. उनके पार्टनर उत्कर्ष सक्सेना पेशे से वकील हैं.
समलैंगिकता को अपराध की श्रेणी से बाहर करने के 5 साल बाद सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि समलैंगिक विवाह को कानूनी मान्यता देने का अधिकार संसद और राज्य विधानसभाओं के पास है.
कोर्ट ने कहा कि उसे मामले पर सुनवाई करने का अधिकार है. लेकिन विवाह से संबंधित मामले विधायी निकायों के अधिकार क्षेत्र में आते हैं.