19 October 2024
Credit: AI
15-16वीं सदी में ऐसी कई रानियां हुईं, जिन्हें नहाने से डर लगता था. ये महारानियां अलग-अलग यूरोपियन देशों की थी. इतिहास में ऐसी रानियों को लेकर कई सारे किस्से प्रचलित हैं.
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उस जमाने की कई ऐसी रानियों से जुड़ी कहानियां आज भी लोगों के बीच चर्चा की वजह बनी रहती है. इनके नहाने से डरने के पीछे कई अटपटी वजहें भी बताई जाती है.
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नहाने से जिन रानियों को डर लगता था. या जिन रानियों ने अपनी पूरी जिंदगी में सिर्फ एक या दो बार स्नान किया, उनमें कई महान रानियां भी थीं.
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कहा यह भी जाता है कि कुछ रानियों ने तो नहाने के लिए अपने ज्योतिष से दिन दिखवाया था. तब जाकर एक या दो बार पूरे जीवन में नहा सकीं.
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कुछ जानकारों का दावा है कि उस समय के कुछ चिकित्सकों का मानना था कि नहाना खतरनाक था . इतना खतरनाक कि कई लोग स्नान करने के सबसे शुभ समय जानने के लिए अपने ज्योतिषियों से सलाह लेते थे.
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16वीं सदी की एक लोकप्रिय पुस्तक, दिस इज द मायरौर या ग्लास ऑफ़ हेल्थ, में सलाह दी गई है- 'स्नान या स्टू का उपयोग न करें, न ही बहुत ज़्यादा पसीना बहाएं.
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इस किताब में कहा गया है कि ये सब एक आदमी के शरीर के छिद्रों को खोलते हैं और जहरीली हवा को अंदर जाने देते हैं और रक्त को संक्रमित करते हैं.
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स्पेन की रानी इसाबेला ने अपने पूरे जीवन में केवल दो बार स्नान किया है. वहीं रानी एलिज़ाबेथ I भी कथित तौर पर महीने में एक बार स्नान करती थीं. चाहे उसे इसकी ज़रूरत हो या न हो.
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कहा तो यहां तक जाता है कि ये रानी खाना खाने के बाद अपना हाथ तक नहीं धोती थीं. ऐसा ही काम इनके उत्तराधिकारी भी करते थे. (यहां इस्तेमाल की गई सभी फोटो AI जेनरेटेड और प्रतीकात्मक हैं.)
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