22 Jan 2025
महाकुंभ का आयोजन 12 वर्षों के बाद प्रयागराज में हो रहा है. इस दौरान यहां 13 जनवरी से हर दिन लाखों की संख्या में साधु-संत समेत श्रद्धालुओं का जमावड़ा लगा हुआ है.
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अब तक करीब 8 करोड़ से ज्यादा लोग संगम में डुबकी लगा चुके हैं. लोगों का मानना है कि महाकुंभ में नहाने से सारे पाप धुल जाते हैं.
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महाकुंभ मेले में किन्नरों द्वारा दिया जाने वाला एक रुपया का सिक्का काफी चर्चा का विषय बना हुआ है.
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कुंभ मेले में किन्नर अखाड़े के आसपास लोगों की काफी ज्यादा भीड़ देखी जा रही है. तो चलिए जानते हैं किन्नरों द्वारा दिया जाने वाला 1 रुपये के सिक्के का क्या महत्व है?
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किन्नर समुदाय के अनुसार, किन्नरों द्वारा दिया जाने वाला सिक्का आस्था का प्रतीक माना जाता है. इस सिक्के से काफी परंपराएं और मान्यता जुड़ी है.
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लोक मान्यता के अनुसार, किन्नरों का आशीर्वाद अत्यंत शुभ माना जाता है और उनके द्वारा दिया गया सिक्का खुशहाल जीवन और समृद्धि का प्रतीक होता है.
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लोगों का मानना है कि जब कोई किन्नर कुंभ में अपने विशेष आशीर्वाद के साथ सिक्का देता हैं, तो वे सौभाग्य का प्रतीक होता है और उसके परिवार और घर में हमेशा खुशहाली बनी रहेगी.
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