By: Aajtak.in

बिहार के YouTuber मनीष कश्यप का विवादों से पुराना नाता, लाठी-डंडों से दुकानदारों को पीटा था 

यूट्यूबर मनीष कश्यप के खिलाफ FIR दर्ज हुई है. उन पर फर्जी वीडियो शेयर करने के आरोप हैं. इसके चलते वह गिरफ्तार हो सकते हैं.


मनीष पहले भी कई बार गिरफ्तार हुए हैं. उन्होंने 2019 के फरवरी महीने में भीड़ के साथ कश्मीरी दुकानदारों को पीटा था.

पुलवामा हमले के अगले दिन पटना की एक मार्केट में करीब 20 लोगों ने लाठी डंडों से कश्मीरी दुकानदारों को पीटा. इस मामले में मनीष कश्यप की गिरफ्तारी हुई थी.

इससे ठीक एक महीने पहले जनवरी में बेतिया में मूर्ति तोड़ने के मामले में भी उन पर मामला दर्ज हुआ था. 

दुकानदारों संग मारपीट के मामले में उन्हें इसलिए छोड़ दिया गया, क्योंकि शिकायतकर्ता ने हाथापाई के तहत मामला दर्ज कराया था. 

इस मामले में जैसे ही उन्हें रिहा किया गया, तभी बेतिया मामले में उनकी गिरफ्तारी हो गई. यहां अस्पताल परिसर में किंग एडवर्ड-Vll की मूर्ति को कुछ लोगों ने तोड़ दिया था.


बेतिया मामले में मनीष कश्यप पर राष्ट्रवाद के नाम पर फेसबुक और दूसरे सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म पर वीडियो शेयर कर हिंसा फैलाने का आरोप लगा था. 

डीएम की रिपोर्ट में कहा गया था कि मनीष कश्यप और उनके साथियों ने सोशल मीडिया पर लोगों से राष्ट्रवाद के नाम पर आगे आकर मूर्ति तोड़ने की अपील की थी. 


ताजा मामले में मनीष पर तमिलनाडु में कथित तौर पर बिहारी मजदूरों के खिलाफ हुई हिंसा से जुडे़ फर्जी वीडियो शेयर करने का आरोप लगा है.