भारत से हजारों किलोमीटर दूर बसा है 'मिनी इंडिया', क्या है इसकी कहानी?

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मिनी इंडिया... इन शब्दों को सुनने के बाद आप समझ गए होंगे कि हम एक ऐसी जगह की बात कर रहे हैं, जो भारत जैसी ही है.

ये जगह भारत से करीब 15000 किलोमीटर दूर है. यहां होली से लेकर दिवाली तक, लगभग सभी भारतीय त्योहार मनाए जाते हैं.

यहां हर चौथे शख्स का नाता भारतीय उपमहाद्वीप से है. यानी लोग बांग्लादेश और पाकिस्तान से भी हैं.

जब यहां भारतीय लोग आए, तब भारत का विभाजन नहीं हुआ था. हम गुयाना की बात कर रहे हैं. जो दक्षिण अमेरिकी देश है.

ये देश ब्राजील और वेनेजुएला के बीच है. इसका क्षेत्रफल भारत के आंध्र प्रदेश राज्य जितना है. यहां 40 फीसदी लोग भारतीय मूल के है. जबकि 30 फीसदी अफ्रीकी मूल के हैं.

ये देश 1814 में ब्रिटेन का उपनिवेश था. यहां 1834 के बाद मजदूरों की काफी मांग होने लगी. तभी 396 भारतीयों का एक दल यहां पहुंचा था.

ये लोग काम की तलाश में आए थे. यहां ये लोग गन्ने के खेतों में काम करते थे. लेकिन भारतीय मजदूरों के कारण ही यहां की अर्थव्यवस्था मजबूत हुई.

ऐसा कहा जाता है कि कॉन्ट्रैक्टर खत्म होने के बाद कुछ लोग भारत लौट आए थे. लेकिन बड़ी संख्या में लोग तत्कालीन ब्रिटिश गुयाना में ही बस गए.