ये एक ऐसा गांव है, जहां मरे हुए और यहां से जा चुके लोगों की जगह डॉल्स को दी गई है. ये जगह दिखने में किसी डरावनी फिल्म के सीन जैसी है.
ये जापान का नागोरो गांव है. इसे दुनिया की सबसे डरावनी जगहों में से एक माना जाता है. पर्यटक यहां घूमने भी आते हैं.
ऐसा आपने शायद पहली बार सुना होगा कि इंसानों की जगह डरावनी डॉल्स को दी गई है. यहां आपको दूर दूर तक लोग देखने को नहीं मिलेंगे.
खेतों से लेकर स्कूल तक हर जगह केवल डॉल्स ही नजर आएंगी. अगर आप ये कहेंगे कि नागोरो की बहुसंख्यक आबादी डॉल्स हैं, तो कुछ गलत नहीं होगा.
इसे 'शापित' गांव भी कहा जाता है. यहां 350 डरावनी डॉल्स रहती हैं. जबकि इंसानों की संख्या केवल 30 ही है.
इसके पीछे की कहानी ये है कि गांव की अधिकतर आबादी आजीविका के लिए शहरों में चली गई है. जबकि बुजुर्गों की मौत हो गई.
यहां पैदा होने वाली शुकिमि अयानो भी दूसरी जगह चली गई थीं. मगर 2002 में वापस लौटीं. हर जगह खाली देखकर उन्हें अच्छा नहीं लगा, तो वो डॉल्स ले आईं.
गांव में अगर किसी की मौत होती है, तो वो उसकी जगह डॉल ले आती हैं. इन्हें हर जगह रखा गया है ताकि अकेलापन दूर किया जा सके.
आपको गांव में बस स्टॉप पर भी डॉल्स दिख जाएंगी. जबकि कुछ घरों के बाहर रखी गई हैं. शुकिमि को इन डॉल्स की मां भी कहा जाता है.