18 March 2025
औरंगजेब की कब्र को लेकर इन दिनों काफी बवाल मचा हुआ है. वो छठे मुगल बादशाह थे. उन्हें महाराष्ट्र के छत्रपति संभाजीनगर (औरंगाबाद) में दफनाया गया था. यहीं उनका मकबरा बना हुआ है.
औरंगजेब की कब्र को लेकर हो रहे विवाद के बीच चलिए जानते हैं, उनसे पहले जो मुगल बादशाह हुए उन्हें कहां दफनाया गया है. ये जानकारी भी काफी दिलचस्प है.
मुगल वंश के संस्थापक और पहले बादशाह बाबर की मृत्यु तो भारत में हुई, लेकिन उन्हें भारत से बाहर अफगानिस्तान में दफनाया गया. यही उनकी अंतिम इच्छा थी.
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बाबर के मकबरे का नाम बाग-ए बाबर है, जो काबुल के पुराने शहर के दक्षिण-पश्चिम में कुह-ए-शेर दरवाज़ा की ढलानों पर स्थित है. यह बाग लगभग 11.5 हेक्टेयर में फैला हुआ है.
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बाबर के बेटे और दूसरे मुगल बादशाह हुमायूं को दिल्ली में दफनाया गया है. हुमायूं का मकबरा 1560 के दशक में हुमायूं के बेटे मुगल बादशाह अकबर ने बनवाया था. ये यूनेस्को द्वारा संरक्षित है.
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फ़ारसी और भारतीय कारीगरों ने मिलकर हुमायूं के इस मकबरे का निर्माण किया था, जो इस्लामी दुनिया में पहले बनाए गए किसी भी मकबरे से कहीं ज़्यादा भव्य है.
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खुद बादशाह अकबर का मकबरा आगरा शहर के बाहरी इलाके सिकंदरा में स्थित है. बादशाह ने अपने जीवनकाल में ही मकबरे का निर्माण पूरा करवाया था.
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हालांकि, संगमरमर से बने मकबरे का सबसे ऊपरी हिस्सा उनके बेटे जहांगीर ने बनवाया था. मकबरे का आकार पिरामिडनुमा है और इसमें पांच मंजिलें हैं.
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चौथे मुगल बादशाह नूरुद्दीन मुहम्मद सलीम (जहांगीर) की मृत्यु 1627 ई. में राजौरी में हुई थी. जब वे कश्मीर जा रहे थे, जहां वे अपने स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए गए थे.
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बादशाह जहांगीर के शव को उनकी पत्नी नूरजहां के मकबरे दिलकुशा बाग में ही दफनाया गया था, क्योंकि लाहौर में रहने के दौरान यह उनका पसंदीदा स्थान था.
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मकबरे का निर्माण शाहजहां ने 1637 ई. में कराया था. मकबरा एक मंजिली चौकोर इमारत है और यह 'चाहरबाग' शैली के एक शानदार चौकोर बगीचे में स्थित है.
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पांचवें मुगल बादशाह शाहजहां के मकबरे के बारे में सभी जानते हैं. उन्हें उनकी पत्नी की कब्र के बगल में ताजमहल में दफनाया गया था. उनके बेटे औरंगजेब ने उन्हें 8 साल तक कैदी बनाकर जेल में रखा था, जहां उनकी मृत्यु हुई थी.
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अंतिम मुगल बादशाह बहादुर शाह जफर द्वितीय ने रंगून में अंतिम सांस ली थी. उन्हें यहीं छोटे से तहखाने में दफनाया गया था. बाद में उस जगह पर उनका मकबरा बनाया गया.
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