पाकिस्तान डिपोर्ट किए जाने के सवाल पर सीमा कहती है- मुझे योगी जी और मोदी जी पर पूरा भरोसा है. वो ऐसा नहीं होने देंगे. मेरा यहां (भारत) जीवन है और वहां (पाकिस्तान) मौत.
परिवार के सदस्य पाकिस्तानी आर्मी में हैं? इस सवाल के जवाब में सीमा ने कहा- साल 2020 में जब सचिन से बात शुरू हुई तब मेरा भाई मजदूरी करता था.
सीमा के मुताबिक, पिता की मौत से कुछ महीने पहले ही भाई की पाकिस्तानी आर्मी में जॉइनिंग हुई थी. वहीं, चाचा उसके पैदा होने से पहले से PAK आर्मी में हैं.
सीमा ने आगे कहा- दोषी पाई गई तो हर सजा मंजूर है. अगर निर्दोष साबित हुई तो मुझे यहां रहने दिया जाए, क्योंकि पाकिस्तान वापसी मेरे लिए मौत के सिवा कुछ भी नहीं है.
बकौल सीमा- मुझ पर संगीन इल्जाम लग रहे हैं, इसलिए पाकिस्तान में मुझे मार दिया जाएगा. मैं डिटेंशन सेंटर में बच्चों और सचिन के साथ रहने को तैयार हूं.
वहीं, भारत में एंट्री की बात को लेकर सीमा ने अपनी सफाई में कहा- मुझे हिंदी पढ़ना नहीं आता तो कैसे बता सकती हूं कि किस रास्ते प्रवेश किया.
फिलहाल, एजेंसियां सीमा के पाकिस्तान से दुबई, फिर नेपाल के रास्ते भारत आने के पूरे रूट और नेटवर्क को खंगाल रही रही हैं.
वहीं, सीमा के पहले पति गुलाम हैदर ने भारत सरकार से गुहार लगाई है कि उसकी पत्नी और बच्चों को वापस पाकिस्तान भेजा जाए.