प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 28 अगस्त को जलियांवाला बाग स्मारक के पुनर्निर्मित परिसर को राष्ट्र को समर्पित करेंगे.
प्रधानमंत्री इस स्मारक में निर्मित संग्रहालय दीर्घाओं का भी उद्घाटन करेंगे.
लंबे वक्त से बेकार पड़ी और कम उपयोग वाली इमारतों का दोबारा अनुकूल इस्तेमाल सुनिश्चित किया गया है.
जलियांवाला बाग स्मारक परिसर में चार संग्रहालय दीर्घाएं निर्मित की गई हैं.
ये दीर्घाएं उस अवधि के दौरान पंजाब में घटित विभिन्न घटनाओं के विशेष ऐतिहासिक महत्व को दर्शाती हैं.
इन घटनाओं को दिखाने के लिए ऑडियो विजुअल तकनीक का सहारा भी लिया गया है.
13 अप्रैल, 1919 को घटित विभिन्न घटनाओं को दर्शाने के लिए एक साउंड एंड लाइट शो की व्यवस्था की गई है.
शहीदी कुएं की मरम्मत की गई है और नवविकसित उत्तम संरचना के साथ इसका पुनर्निर्माण किया गया है.
इस बाग का केंद्रीय स्थल माने जाने वाले ‘ज्वाला स्मारक’की मरम्मत करने के साथ-साथ इसका पुनर्निर्माण किया गया है.
यहां स्थित तालाब को एक ‘लिली तालाब’ के रूप में फिर से विकसित किया गया है.
लोगों की आने-जाने में सुविधा के लिए यहां स्थित मार्गों को चौड़ा किया गया है.