ताजमहल के नीचे बने 22 सीक्रेट कमरों में ऐसा क्या है, जो अक्सर चर्चा में रहते हैं?

Credit: Pexels

ताजमहल दुनिया के सात अजूबों में शामिल है. जितना ये मशहूर है, उससे ज्यादा इससे जुड़ी कहानियां फेमस हैं. अक्सर ताजमहल के तहखाने और इसके 22 कमरे चर्चा में रहते हैं.

Credit: Pexels

ताजमहल के तहखाने के अंदर बने कमरों को लेकर तरह-तरह की बात कही जाती है. यही वजह है कि इसे खोलने के लिए एक बार कोर्ट में याचिका भी दी गई थी.

Credit: Pexels

उस वक्त कहा ये जा रहा था कि तहखाने में बनें 22 कमरों में हिंदू देवी-देवताओं की मूर्तियां रखी हुई हैं. तब भारतीय पुरात्व सर्वेक्षण (ASI) ने अंदर के कमरों की बाहरी तस्वीर भी जारी की थी.

Credit: Pexels

इसके बाद ताजमहल के 22 कमरे काफी चर्चा में रहे. इसको लेकर कई लोगों ने कई तरह की बातें बताई. कुछ जो इन कमरों को विजिट कर चुके थे, उन्होंने दिलचस्प बातें कही.

Credit: Pexels

कई दशक पहले तक ताजमहल के अंदर वाले हिस्से तक जाने की लोगों को अनुमति थी. उसी दौर में ताजमहल के अंदर जाने वाले कुछ लोगों ने बताया कि अंदर एक कतार में करीब 15 कमरे हैं और कुछ छोटे-छोटे भी कक्ष बने हुए हैं.

Credit: Pexels

इन कमरों तक संकरे गलियारे से पहुंचा जा सकता है. सब के सब कमरे रिवरफ्रंट हैं. एक विदेशी रिसर्चर के अनुसार जो वहां जा चुकी हैं. उनका कहना है कि कमरे सुंदर मेहराबों के साथ नदी की तरफ खुलते हैं.

Credit: Pexels

उनके अनुसार उन कमरों को शहंशाह ने वहां आने के पर आराम फरमाने के लिए बनवाया होगा. दूसरे कमरों में उनके कर्मचारी ठहरते होंगे.  कमरा अंतिम बार 1934 में खुला था. 

Credit: Pexels

ताजमहल का अध्ययन करने वाले और पहले उन तहखानों तक जा चुके कुछ स्थानीय लोगों ने बताया कि  तहखाने के अंदर खूबसूरत रंग रोगन वाला गलियारा याद है. उसी से लगे 22 कमरे बने हुए हैं.

Credit: Pexels

अनुमान है कि ये गलियारा शहंशाह के आने का रास्ता था. शाहजहां यहां नाव से आते थे. इतिहासकारों का मानना है कि चमेली फर्श पर यमुना के किनारे की तरफ बेसमेंट में नीचे जाने के लिए दो जगह पर सीढ़ियां बनी हुई हैं.

Credit: Pexels

इनके ऊपर लोहे का जाल लगाकर बंद कर दिया गया है. करीब 45 साल पहले तक सीढ़ियों से नीचे जाने का रास्ता खुला था. यहीं 22 कमरे बंद हैं. दशकों से इन कमरों को नहीं खोला गया, इसलिए इसके अंदर क्या है इस बारे में ठोस कुछ कहा नहीं जा सकता.

Credit: Pexels