काबुल में अफगानिस्तान के उप-राष्ट्रपति वॉरलॉर्ड अब्दुल राशिद दस्तम की एक आलीशान हवेली पर तालिबान आतंकी का कब्जा हो चुका है.
तालिबान के सबसे ताकतवर कमांडर कारी सलाहुद्दीन अयूबी ने 15 अगस्त से ही इस हवेली पर डेरा डाला हुआ है.
इस हवेली में लाउंज, इंडोर स्वीमिंग पूल, ग्रीनहाउस, सॉना मसाज, तुर्की स्टीम बाथ, जिम आदि जैसी कई लग्जरी सुविधाएं देखी जा सकती हैं.
कारी ने कहा कि ये शानो-शौकत साफ करती है कि अफगानिस्तान के पूर्व पॉलिटिकल लीडर्स कितने भ्रष्ट थे.
AAFP के साथ बातचीत में कारी ने बताया कि इस्लाम नहीं चाहता कि हम लग्जरी लाइफस्टाइल में गुजारा करें.
कारी सलाहुद्दीन ने कहा कि उन्हें ना तो किसी तरह की लग्जरी की चाह है और ना ही वे किसी राजनेता या किसी देश के साथ बदला लेना चाहते हैं.
बता दें कि 67 साल के वॉरलॉर्ड अब्दुल राशिद साल 2020 तक अफगानिस्तान सरकार में उप-राष्ट्रपति के तौर पर कार्यरत थे.
पिछले कुछ महीनों में तालिबान के बढ़ते दबदबे के बीच अब्दुल राशिद तुर्की चले गए थे.
अगस्त में अब्दुल राशिद तुर्की से वापस अफगानिस्तान लौट आए थे और अपने प्रांत को तालिबान के कब्जे से छुड़ाने की कोशिश करते रहे.
जब ऐसा ना हो सका तो उन्होंने हार मानकर अपना देश छोड़ दिया और फिलहाल वे उज्बेकिस्तान में मौजूद हैं.
पैराट्रूपर, कम्युनिस्ट कमांडर और वॉरलॉर्ड अब्दुल राशिद 80 के दशक में सोवियत-अफगानिस्तान युद्ध और 90 के दशक में तालिबान के खिलाफ लड़ाई में काफी एक्टिव रहे.
इसके बाद वे अफगानिस्तान में तालिबान के खिलाफ जंग में अमेरिका को समर्थन देने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा चुके हैं.