टाइटैनिक का मलबा देखने गई टाइटन पनडुब्बी हादसे का शिकार हो गई थी. जान गंवाने वाले पांच लोगों में सुलेमान दाऊद भी शामिल थे.
वो पाकिस्तानी मूल के ब्रिटिश बिजनेसमैन शहजादा दाऊद के बेटे थे. सुलेमान की मां ने कहा कि वो पानी में वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने वाले थे.
19 साल के सुलेमान अपने साथ रूबिक्स क्यूब लेकर गए थे क्योंकि वो वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाना चाहते थे. उन्होंने गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड के लिए आवेदन किया था.
सुलेमान और उनके पिता शहजादा अपने साथ कैमरा लेकर गए थे, ताकि इस पल को उसमें कैद कर सकें.
सुलेमान की मां क्रिस्टीन और बहन उस वक्त पोलर प्रिंस नाम के सब सपोर्ट जहाज पर थे, जब उन्हें पता चला कि टाइटन से संपर्क टूट गया है.
क्रिस्टीन का कहना है, 'मुझे उस वक्त समझ ही नहीं आया कि क्या हो रहा है.' इससे पहले वो खुद अपने पति के साथ टाइटैनिक का मलबा देखने जाने वाली थीं, लेकिन कोविड के चलते ट्रिप कैंसिल हो गई.
उनका कहना है कि उनका बेटा सुलेमान भी मलबा देखना चाहता था इसलिए वो नहीं गईं. उन्होंने बताया कि सुलेमान को रूबिक्स क्यूब काफी पसंद थे, वो हर जगह इन्हें साथ लेकर जाता था.
सुलेमान कठिन से कठिन पजल्स भी 12 सेकंड में सॉल्व कर लेता था. उन्होंने जाने से पहले कहा था कि वो टाइटैनिक पर समुद्र में 3700 मीटर की गहराई में रुबिक्स क्यूब सॉल्व करेंगे.
सुलेमान ब्रिटेन के ग्लासगो की यूनिवर्सिटी में पढ़ाई कर रहे थे. उनके पिता शहजादा पाकिस्तान के सबसे अमीर परिवारों में से एक थे. जिनके पास ब्रिटिश नागरिकता थी.
इनके परिवार में 17 साल की बेटी अलीना भी है. दोनों पिता और बेटे टाइटन पनडुब्बी में बैठने से पहले खूब हंसी मजाक कर रहे थे. किसी को नहीं पता था कि वो कभी वापस नहीं लौटेंगे.