टाइम ट्रैवल को लेकर लंबे वक्त से तरह तरह के दावे किए जाते हैं. लेकिन इनकी पुष्टि कभी नहीं हो पाती.
दुनिया में बहुत से लोगों ने दावा किया है कि वो टाइम ट्रैवलर हैं. कुछ ने तो इसके सबूत तक पेश किए.
मगर उनके दावों पर कुछ लोग ही यकीन कर पाते हैं. एक बड़ा तबका इस पर यकीन नहीं कर पाता.
हम कई फिल्मों में भी टाइम ट्रैवल के बारे में देख चुके हैं. फिल्म का किरदार अतीत या भविष्य में चला जाता है.
इसके अलावा लंबे वक्त से लोग टाइम मशीन के बारे में भी सुनते आए हैं. जो वक्त के आगे या पीछे ले जाए. लेकिन फिलहाल इसका कोई अस्तित्व नहीं है.
ऐसा कहते हैं कि टाइम ट्रैवल वैसे तो संभव नहीं है. इसे केवल कल्पना का एक हिस्सा माना जाता है. मगर इस पर रिसर्च होती रहती है.
मशहूर भौतिकविद स्टीफन हॉकिंग ने एक डिनर पार्टी रखी थी. इसके खत्म होने के बाद इंटरनेट पर डिटेल्स साझा कर भविष्य के यात्रियों से इसमें शामिल होने को कहा.
लेकिन कोई पार्टी में नहीं आया. उन्होंने भी यही माना कि टाइम ट्रैवल संभव नहीं है. वार्महोल की अवधारणा पर आएं तो इसे अंतरिक्ष की काल्पनिक सुरंग कहा गया है.
इसे यूनिवर्स की यात्रा करने के शॉर्टकट रास्ते के रूप में माना जाता है. कहते हैं कि इसके स्थिर हिस्से से निकलने के बाद इंसान इतिहास में चला जाता है.
मगर ये महज एक सैद्धांतिक अवधारणा है. ऐसे में अभी तक के सिद्धांतों या प्रयोगों से यही पता चला है कि टाइम ट्रैवल मुमकिन नहीं है.