इस महिला का दावा है कि ये मरने के बाद दोबारा जीवित हो गई. इसका दिल 24 घंटे के लिए धड़कना बंद हो गया था.
न्यूयॉर्क पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, जिसके बाद डॉक्टरों ने क्लिनिकली डेड घोषित कर दिया. अब महिला ने अपने साथ हुई इस पूरी घटना के बारे में रेडिट पर बताया है.
महिला का नाम लॉरेन कैनेडी है. उन्होंने बताया कि उन्हें बीते फरवरी में घर पर कार्डियक अरेस्ट आया था. पति ने इमरजेंसी नंबर पर फोन किया, सीपीआर दिया.
उन्हें बचाने की पूरी कोशिश हो रही थी और 24 मिनट बाद उनका दिल दोबारा धड़कने लगे. वो 9 दिन आईसीयू में रहीं. कैनेडी को तब कोरोना वायरस भी हो गया था.
कैनेडी के जैसे मामले पहले भी सामने आए हैं. जब कार्डियक अरेस्ट के कारण किसी शख्स को मृत घोषित कर दिया जाता है और उसमें अचानक से जीवित होने के संकेत दिखने लगते हैं.
जिसके चलते कहा जाता है कि वो मरने के बाद दोबारा जीवित हुआ है. इसे लाजर इफेक्ट या ऑटोरेससिटेशन कहा जाता है.
कैनेडी ने कहा कि उनके पति उन्हें 4 मिनट तक सीपीआर देते रहे. फिर इमरजेंसी टीम आई और उन्होंने भी सीपीआर देना जारी रखा.
इसके बाद वो दो दिन तक कोमा में रहीं. जब आंख खुलीं, तो आईसीयू में थी. कुछ दिन तक सब भूल गईं, जैसे कौन सा साल चल रहा है, अस्पताल में क्यों हैं. ये सब उनके लिए दूसरी जिंदगी मिलने जैसा था.
हालांकि होश आने के बाद काफी शांति प्रतीत हो रही थी. अब वो पहले की तरह ज्यादा काम करती हैं लेकिन थेरेपी भी लेती हैं. उनकी पसंद काफी बदल गई हैं. उन्होंने अपने इस अनुभव पर एक किताब भी लिखी है.
वो कहती हैं कि ऐसा लगता है मानो फरवरी में मेरी मौत हुई हो और मैं अपनी दूसरी जिंदगी में जीवित हो गई. उन्हें समझ आया है कि जिंदगी और मौत के बीच बेहद पतली रेखा है.