अगर आप अपने बुढ़ापे को लेकर चिंतित हैं तो 'अटल पेंशन योजना' आर्थिक तौर पर आपका सहारा बन सकती है.
इस सरकारी पेंशन स्कीम से देशभर में अबतक 3.30 करोड़ लोग जुड़ चुके हैं.
आंकड़ों के मुताबिक चालू वित्त वर्ष में इस योजना से 28 लाख लोग जुड़ चुके हैं.
युवाओं में यह स्कीम सबसे ज्यादा लोकप्रिय है. 44 फीसदी मेंबर की आयु 18 से 25 साल के बीच है.
अटल पेंशन योजना में सबसे ज्यादा 78% लोगों ने 1,000 रुपये की पेंशन स्कीम चुनी है.
5,000 रुपये प्रति माह की पेंशन स्कीम चुनने वाली की संख्या केवल 14% है.
अटल पेंशन योजना बुढ़ापे में हर महीने एक तय राशि पेंशन की गारंटी देती है.
मोदी सरकार ने अटल पेंशन योजना की मई-2015 में शुरुआत की थी.
इस योजना के तहत रिटायरमेंट के बाद के खर्च के लिए नियमित आय मिलती है.
योजना के तहत पेंशन पाने के लिए कम से कम 20 साल तक निवेश करना जरूरी है.
इस स्कीम के तहत 60 साल की उम्र तक हर महीने एक निर्धारित रकम निवेश करना होगा.
अगर निवेशक की बीच में मौत हो जाती है तो सहभागी को फायदा जारी रखने का प्रावधान है.
अगर निवेशक 60 साल की उम्र से पहले अपनी राशि की निकासी चाहते हैं तो कुछ परिस्थितियों में यह संभव है.
अटल पेंशन योजना में अकाउंट खोलने के लिए बैंक या फिर पोस्ट ऑफिस में अकाउंट, आधार और एक्टिव मोबाइल नंबर का होना जरूरी है.
इस योजना के लिए हर महीने बैंक खाते से तय राशि ऑटोमैटिक कट जाती है.
इस योजना के लिए हर महीने बैंक खाते से तय राशि ऑटोमैटिक कट जाती है.