ऊंटनी का दूध रेगिस्तानी क्षेत्रों में सबसे ज्यादा पाया जाता है.
इसमें समाहित औषधीय गुण हड्डियों की सेहत के लिए कई प्रकार से फायदेमंद है.
इसके अलावा ऊंटनी का दूध डायबिटीज के मरीजों के लिए भी फायदेमंद है.
ऊंटनी के दूध में लेक्टोफेरिन नामक तत्व पाया जाता है.
ये कैंसर जैसी घातक बीमारी से लड़ने के लिए शरीर को तैयार करता है.
मधुमेह, कॉलेस्ट्रॉल, बीपी, एनिमिया, ऑटिज्म स्पेक्ट्रम डिसऑर्डर, गठिया या अर्थराइटिस जैसी बीमारियों के खिलाफ भी ऊंटनी का दूध फायदेमंद है.
पशुपालक ऊंटनी का पालन करके महंगे दाम में दूध बेच रहे हैं.
राजस्थान में इसके प्रति लीटर दूध का रेट 300 रुपये तक है.
गहलोत सरकार ऊंट पालन की शुरुआत करने वाले पशुपालकों को 10 हजार रुपये की सब्सिडी भी देती है.