रेलवे में मुख्य तौर पर इलेक्ट्रिक और डीजल इंजन ट्रेनें ही चलाई जाती हैं.
Pic Credit: urf7i/instagramभारतीय रेल ने 80 और 90 के दशक में डीजल इंजन पर ज्यादा जोर दिया, क्योंकि ये किफायती थे.
Pic Credit: urf7i/instagramइलेक्ट्रिक इंजन के तौर पर एक बेहतर और अच्छा विकल्प रेलवे को मिला है.
Pic Credit: urf7i/instagramविशेषज्ञों के मुताबिक कम खर्च इलेक्ट्रिक इंजन को चलाने में आता है.
Pic Credit: urf7i/instagramवहीं, डीजल के बढ़ते हुए दामों की वजह से डीजल इंजन कम किफायती पड़ता है.
Pic Credit: urf7i/instagramइलेक्ट्रिक इंजन को ओवर हेड इक्यूमेंट से बिजली मिलती है. यह हल्का होता है.
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वहीं, इलेक्ट्रिक इंजन के मुकाबले डीजल इंजन बहुत भारी होता है.
इलेक्ट्रिक इंजन OHE से बिजली लेकर उसे इस्तेमाल करने लायक बनाता है.
वहीं, डीजल की मदद से इंजन के भीतर ही बिजली बनाता है और इस्तेमाल करता है.
हालांकि, डीजल इंजन को इलेक्ट्रिक इंजन ज्यादा पॉवरफुल माना जाता है.