अक्सर हम कबाड़ को बेचकर कुछ पैसे बना लेते हैं, लेकिन हुनरमंदों के लिए हर एक चीज काम की होती है.
इंडोनेशिया के योग्यकर्ता प्रांत के बांतुल में कुछ कारीगरों ने मिलकर एक आर्ट स्टूडियो (Er Studio Art) खोला है, जहां कबाड़ की मोटरसाइकिल से रोबोट रेप्लिका तैयार होते हैं.
Er Studio Art ने कोरोना काल के दौरान ही अपने इस इनोवेशन की शुरुआत की थी.
Er Studio Art के वर्कर्स रोबोट रेप्लिका बनाने से पहले पेंटिंग और स्टेज डेकोरेशन का काम किया करते थे.
इंडोनेशिया में कबाड़ की मोटरसाइकिल से तैयार होने वाले इन रोबोट रेप्लिका को खरीदने के लिए अब चीन और जर्मनी तक से ऑर्डर आ रहे हैं.
Er Studio Art में एक स्टैंडिंग रोबोट रेप्लिका बनाने के लिए 5 पुरानी कबाड़ वाली मोटरसाइकिल का इस्तेमाल होता है. इतना ही नहीं, इसे बनाने में भी पूरा एक महीने का समय लगता है.
3 मीटर की ऊंचाई वाले एक रोबोट रेप्लिका की कीमत इंडोनेशियाई करेंसी में 6 करोड़ (करीब 3.11 लाख भारतीय रुपये) है.
भारत ने भी हाल में पुरानी गाड़ियों के लिए कबाड़ नीति लॉन्च की है. अभी इसका लक्ष्य देश को सर्कुलर इकोनॉमी बनाने की दिशा में आगे बढ़ाना है.