सोना खरीदते समय कुछ सावधानियां बरतनी चाहिए , वरना बड़ा नुकसान हो सकता है.
सोने की खरीदारी करने से पहले अपने शहर में सोने के रेट पता कर लें.
सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि अपने घर के नजदीक की दुकान से खरीदारी करें. मेकिंग चार्ज और जीएसटी का अलग से ब्योरा लें.
ज्वेलरी या सिक्के खरीदते वक्त सबसे पहले उसकी शुद्धता का पता लगा लेना चाहिए.
24 कैरट गोल्ड सबसे शुद्ध होता है, लेकिन इससे आभूषण नहीं बनाए जाते हैं.
ज्वेलरी 18-22 कैरट के सोने से बनाई जाती है. इसके साथ अन्य धातुएं मिक्स करके आभूषण तैयार किए जाते हैं.
सबसे अच्छा है कि हॉलमार्क देखकर सोना खरीदें. हॉलमार्क सरकार की ओर से दी गई गारंटी है.
इसका एक फायदा यह भी है कि जब आप इसे बेचने जाएंगे या रिप्लेस करने जाएंगे तो इसमें से डिप्रेसिएशन कॉस्ट नहीं काटी जाएगी.
हॉलमार्क पर पांच अंक होते हैं. सभी कैरेट का हॉलमार्क अलग होता है. कैरेट के अनुसार हॉलमार्क का नंबर : 22 कैरेट पर 916, 21 कैरेट पर 875 और 18 पर 750 लिखा होता है.
जहां तक संभव हो सके सोने या चांदी के सिक्के मान्यता प्राप्त बैंक से खरीदें.
बैंक एक से दो फीसदी की छूट का ऑफर भी दे ते हैं. साथ ही, ये सिक्के टेंपर प्रूफ होते हैं.
सोने या चांदी के आभूषण हमेशा मान्यता प्राप्त और अपने घर के नजदीक ज्वेलर्स से ही खरीदें.
इससे ये फायदा होगा कि गलत या खराब माल को वापस किया जा सकता है और उसके खिलाफ उपभोक्ता अदालत में लड़ा जा सकता है.
रसीद में इस बात का साफ-साफ उल्लेख होना चाहिए कि सोना कितने कैरेट है और उत्पाद पर हॉलमार्क का निशान लगा हुआ है.