'अफसोस होता है कि बंटवारा क्यों हुआ था', चंद्रयान-3 की सफलता पर क्या बोल रहे पाकिस्तानी?

इसरो के मून मिशन चंद्रयान-3 ने जैसे ही चांद की सतह पर सफलतापूर्वक सॉफ्ट लैंडिंग की, भारत ने अंतरिक्ष की दुनिया में इतिहास रच दिया.

चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग के साथ ही भारत चांद की सतह पर कदम रखने वाला दुनिया का चौथा और दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाला पहला देश बन गया है.

इसरो की इस सफलता पर विदेशों से भी प्रतिक्रियाएं आ रही हैं. पड़ोसी देश पाकिस्तान के लोग भी इस पर प्रतिक्रिया दे रहे हैं. 

चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग पर लाहौर की एक महिला ने बीबीसी से बात करते हुए कहा, "किसी भी देश का अंतरिक्ष में जाना एक बड़ी बात है. हम सबको इससे सीखना चाहिए."

वहीं, एक पाकिस्तानी युवक ने कहा कि इतिहास में देखें तो हर एक चीज पहले इंडिया करता है. चाहे वर्ल्ड कप जीतना हो या एटम बम बनाना. 

युवक ने आगे कहा कि इस बार भी भारत चंद्रयान पर पहले पहुंचा है. हमें उम्मीद है पाकिस्तान भी चांद पर जाने की कोशिश करेगा.

कराची के एक युवक ने कहा, "हमलोग तो बस यही सोचते रहते हैं कि हम बहुत आगे हैं. जबकि सच यह है कि हम इंडिया से काफी पीछे हैं."

युवक ने आगे कहा कि उनकी (भारत) की कामयाबी पर एक तरह से अफसोस होता है कि बंटवारा क्यों हुआ था. 

एक अन्य युवक ने कहा, "इंडिया में एप्पल स्टोर खुल गया है. टेस्ला भी आ रही है. वो चांद पर भी पहुंच गए हैं और हमारी अवाम रोटी खाने के लिए भी तरस रही है."