200 लोगों को मौत की नींद सुलाने वाली महिला टीचर, जिससे डरती थी जापानी सेना

200 लोगों को मौत की नींद सुलाने वाली महिला टीचर, जिससे डरती थी जापानी सेना

By Aajtak.in

07  April 2023

दूसरे विश्व युद्ध के दौरान 1941 में जापान की सेना ने फिलीपीन्स के कई इलाकों पर कब्जा कर लिया था.

जापानी सैनिकों ने बड़ों से लेकर बच्चों तक, किसी को भी नहीं बख्शा. वे महिलाओं को सबसे ज्यादा टॉर्चर देते थे.

फिलीपीन्स की एक स्कूल टीचर को जब लगा कि उन्हें और उनके स्टूडेंट्स को भी जान का खतरा है तो उन्होंने खुद का एक ग्रुप तैयार किया.

इस ग्रुप में 110 लोग शामिल थे और उन सब की लीडर थीं स्कूल टीचर नीव्स फर्नांडेस. इस ग्रुप का नाम था गोरिल्ला ग्रुप.

क्योंकि उन लोगों ने जापानी सेना को मजा चखाने के लिए गोरिल्ला तकनीक अपनाने का निर्णय लिया था.

इस तकनीक के जरिए वे लोग जंगलों में छुप कर जापानी सैनिकों को मार डालते थे. तीन सालों तक उन्होंने कई जापानी सैनिकों को मार गिराया था.

नीव्स ने तो सिर्फ एक चाकू की मदद से 200 से भी ज्यादा जापानी सैनिकों को अकेले ही मार गिराया था. इससे जापान की सेना भी उनसे डरने लगी थी.

उन्हें पकड़ने वाले को 10 हजार पाउंड का इनाम तक घोषित कर दिया गया. लेकिन जापानी सेना नीव्स को कभी नहीं पकड़ पाई.

नीव्स ने अपने गोरिल्ला ग्रुप की मदद से फिलीपीन्स के कई इलाकों को आजाद करवाया. साथ ही जापानियों के कंफर्ट कैंप से भी कैदी महिलाओं को आजाद करवाया.

दूसरे विश्व युद्ध में जब जापान की हार हो गई तो कई इंटरनेशनल चैनल्स ने नीव्स के इंटरव्यू लिए.

उनसे समझा गया कि कैसे एक औरत ने 110 लोगों को लीड किया और कई जापानी सैनिकों को मार गिराया.