पश्चिम बंगाल के मध्यमग्राम में सात साल की एक बच्ची के साथ यौन उत्पीड़न के आरोपी को बचाने के आरोप में शनिवार आधी रात को ग्रामीणों ने एक स्थानीय टीएमसी नेता के घर पर हमला बोल दिया. मध्यमग्राम के रोहांडा पंचायत के राजबाड़ी इलाके में जब इस घटना का पता चला तो स्थानीय लोग भड़क गए और आरोपी की दुकानों में तोड़फोड़ शुरू कर दी.
टीएमसी नेता के घर पर फूटा भीड़ का गुस्सा
मध्यग्राम थाने से पुलिस मौके पर पहुंची. ग्रामीण हंगामा कर रहे थे और नारे लगा रहे थे- 'हमें न्याय चाहिए'. स्थानीय लोगों ने पुलिस के सामने भी तोड़फोड़ जारी रखी. यहां तक कि भीड़ ने उस इलाके की पंचायत सदस्य के घर में भी तोड़फोड़ की.
ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि पंचायत सदस्य के पति ने आरोपी को बचाने की कोशिश की. यही वजह है कि स्थानीय टीएमसी नेता के घर पर लोगों का गुस्सा फूट पड़ा. इसके बाद अतिरिक्त पुलिस बल मौके पर पहुंचा और स्थिति को काबू में किया गया.
किराने की दुकान चलाता है आरोपी
पुलिस ने लाठीचार्ज कर और आंसू गैस के गोले दागकर स्थिति को काबू में किया. आरोपी को मध्यमग्राम पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है और उसे कोर्ट में पेश किया जाएगा. पुलिस ने आरोपी व्यक्ति रऊफ को गिरफ्तार किया है जो किराने की दुकान चलाता है. स्थानीय पंचायत सदस्य के पति को भी पुलिस ने हिरासत में ले लिया है.
मामले में दो लोग गिरफ्तार
पुलिस ने छेड़छाड़ के आरोपी को बचाने के आरोप में टीएमसी पंचायत सदस्य के पति अबुल हाफिज को गिरफ्तार किया है. सूत्रों ने बताया कि उसने अपराध को छिपाने की कोशिश की और पीड़ित परिवार को पुलिस में रिपोर्ट न करने के लिए मनाने का प्रयास किया. मामले में कुल दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है.