कोलकाता रेप और मर्डर के मामले में बीजेपी और तृणमूल कांग्रेस आमने-सामने हैं. कोलकाता में BJP महिला मोर्चा के सदस्य महिला आयोग के दफ्तर के बाहर धरना दे रहे हैं. वहीं टीएमसी भी जवाबी प्रदर्शन कर रही है. प्रदर्शन के दौरान भाजपा नेता लॉकेट चटर्जी ने कहा कि हम लोग महिला आयोग जा रहे हैं. महिला आयोग कुछ नहीं कर रहे हैं. ये लोग उत्तर प्रदेश के लिए तो काम करेंगे, लेकिन बंगाल के लिए काम नहीं करेंगे.
कोलकाता पुलिस ने महिला आयोग हेडक्वार्टर के सामने बीजेपी के प्रोटेस्ट के दौरान कई कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया है. पुलिस ने करुणामयी मेट्रो स्टेशन से बीजेपी की महिला विंग के सदस्यों को हिरासत में लिया. बीजेपी महिला विंग की सदस्यों को साल्टलेक में कई स्थानों से डिटेन किया गया. इस दौरान लॉकेट चटर्जी को निक्को पार्क इलाके से डिटेन किया गया है. पुलिस प्रदर्शनकारियों को एक जगह पर इकट्ठा होने नहीं दे रही. हालांकि भारी हंगामे के बाद कोलकाता पुलिस ने 5 सदस्यीय भाजपा महिला प्रतिनिधिमंडल को राज्य महिला आयोग में प्रवेश की अनुमति दे दी है.
बता दें कि बीजेपी की महिला विंग के प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने एक रैली को आगे बढ़ने से रोक दिया, जिसमें लगभग 20 कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया, जिन्हें जेल वैन में ले जाया गया, क्योंकि वे साल्ट लेक के करुणामयी में आयोग के कार्यालय की ओर मार्च कर रहे थे.
वहीं, अग्निमित्रा पॉल, देबाश्री चौधरी और लॉकेट चटर्जी सहित वरिष्ठ भाजपा महिला नेताओं के नेतृत्व में एक और रैली को भी करुणामयी में राज्य महिला आयोग के कार्यालय के रास्ते में पुलिस अवरोध का सामना करना पड़ा. लॉकेट चटर्जी ने पुलिस की आलोचना करते हुए कहा कि पुलिस राज्य में महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित नहीं कर सकती. पुलिस आरजी कर अस्पताल अपराध से संबंधित सबूतों को नष्ट होने से नहीं रोक सकी. लेकिन शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों पर क्रूरतापूर्वक लाठीचार्ज कर रही है. उन्होंने कहा कि हमारा विरोध प्रतीकात्मक और शांतिपूर्ण है. पुलिस इतनी डरी हुई क्यों है?
इससे पहले केंद्रीय मंत्री और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने राज्य महिला आयोग पर पक्षपातपूर्ण तरीके से काम करने का आरोप लगाया.