वक्फ कानून के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में भड़की हिंसा को लेकर बीजेपी के पुरुलिया से वरिष्ठ सांसद ज्योतिर्मय सिंह महतो ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को पत्र लिखा है. ज्योतिर्मय ने मांग की है कि बंगाल के चार जिलों को आर्म्ड फोर्सेज स्पेशल पावर्स एक्ट (एएफएसपीए) के तहत 'अशांत क्षेत्र' घोषित कर देना चाहिए.
BJP सांसद ज्योतिर्मय महतो की मांग क्या है?
बीजेपी सांसद ज्योतिर्मय सिंह महतो ने आरोप लगाया है कि बंगाल में हिंदू समुदाय पर लगातार हमले हो रहे. हिंदूओं के घरों-दुकानों को लूटा और जलाया गया. मुर्शिदाबाद में 86 से अधिक हिंदू दुकानों-घरों को निशाना बनाया गया. झाउबोना गांव में पान की खेती में आग लगा दी गई. पुलिसबलों पर हमला किया गया, जिसमें कई कर्मी घायल हो गए.
सांसद ज्योतिर्मय ने हर्गोबिंद दास और उनके बेटे की हत्या का जिक्र करते हुए टीएमसी प्रमुख और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर हमला बोला है. ज्योतिर्मय ने आरोप लगाया प्रदेश की टीएमसी सरकार तुष्टीकरण की राजनीति कर रही और हिंसा को नजरअंदाज कर ही.
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सांसद ज्योतिर्मय ने आज (रविवार) को केंद्रीय गृहमंत्री को पत्र लिखा है. उन्होंने मांग की है कि मुर्शिदाबाद, मालदा, नदिया और दक्षिण 24 परगना को एएफएसपीए के तहत अशांत क्षेत्र घोषित कर दिया जाना चाहिए.
कश्मीरी पंडितों की तरह पलायन की आशंका
सांसद ज्योतिर्मय ने कहा कि अगर हालात सामान्य नहीं होते या हिंसा नहीं रुकती तो बंगाल में भी 1990 के कश्मीरी पंडितों जैसे हालात बन सकते हैं. कलकत्ता हाईकोर्ट ने केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल की तैनाती का आदेश दिया, जो कि प्रदेश के प्रशासनिक विफलता को उजागर करती है.

अन्य सांसद की प्रतिक्रिया
रणाघाट के BJP सांसद जगन्नाथ सरकार ने भी अमित शाह को मुर्शिदाबाद में हिंसा और बिगड़ी हुई कानून-व्यवस्था को लेकर सवाल खड़े किए हैं.