scorecardresearch
 

'इतिहास को भुला नहीं सकते, कई हिंदुओं ने भी दिया था वक्फ बोर्ड को दान', बंगाल विधानसभा में बोलीं ममता बनर्जी

केंद्र सरकार को चुनौती देते हुए उन्होंने कहा कि अगर आपमें हिम्मत है तो क्या आप बालाजी ट्रस्ट समिति को ले सकते हैं? क्या आप रामकृष्ण मिशन की संपत्ति की समीक्षा कर सकते हैं? अगर आपमें हिम्मत है तो क्या आप ईसाइयों की संपत्ति ले सकते हैं?

Advertisement
X
पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी. (फाइल फोटो)
पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी. (फाइल फोटो)

तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी ने सोमवार को पश्चिम बंगाल विधानसभा में वक्फ (संशोधन) विधेयक के विरोध में पेश हुए एक प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान वक्फ बिल को लेकर केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा. ममता बनर्जी ने कहा कि कुछ लोग झूठ फैला रहे हैं. सरकार पहले ही कह चुकी है कि वक्फ विधेयक 2025 के बजट में पारित किया जाएगा.

Advertisement

उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा, 'क्या केंद्र सरकार का यह कर्तव्य नहीं है कि वह राज्य सरकारों से सलाह-मशविरा करे? केंद्र ने राज्य सरकारों से इस पर चर्चा क्यों नहीं की? हमने इसे अखबार के विज्ञापन में देखा और अपने सवाल भेजे.' ममता ने कहा कि इतिहास को भुलाया नहीं जा सकता और कई हिंदुओं ने वक्फ बोर्ड में संपत्तियों को दान दिया था.

केंद्र सरकार को दी चुनौती

वक्फ बिल को लेकर गठित जेपीसी का जिक्र करते हुए ममता ने कहा, 'हां, हम जानते हैं कि जेपीसी का गठन किया गया है और विपक्ष को जेपीसी में बात करने की अनुमति नहीं है. इसलिए विपक्ष ने इसका बहिष्कार किया. यह समिति कोलकाता भी जाने वाली थी, लेकिन इसे स्थगित कर दिया गया है, इसका मतलब है कि कुछ गड़बड़ है. अगर मुझे कोई धर्म पसंद नहीं है तो उस धर्म में सब कुछ बुरा है? मुसलमान विरोध कर रहे हैं क्योंकि यह उनकी संपत्ति से संबंधित है.'

Advertisement

यह भी पढ़ें: आंध्र प्रदेश की चंद्रबाबू नायडू सरकार का बड़ा फैसला- राज्य के वक्फ बोर्ड को किया भंग

केंद्र सरकार को चुनौती देते हुए उन्होंने कहा कि अगर आपमें हिम्मत है तो क्या आप बालाजी ट्रस्ट समिति को ले सकते हैं? क्या आप रामकृष्ण मिशन की संपत्ति की समीक्षा कर सकते हैं? अगर आपमें हिम्मत है तो क्या आप ईसाइयों की संपत्ति ले सकते हैं?

अल्पसंख्यकों की रक्षा करें बहुसंख्यक: ममता

 ममता ने आगे कहा, 'बंगाल में हिंदू बहुसंख्यक हैं और मुसलमान अल्पसंख्यक हैं और मैं हमेशा एक सिद्धांत का पालन करती हूं कि बहुसंख्यकों को अल्पसंख्यकों की रक्षा करनी चाहिए और अल्पसंख्यकों को बहुसंख्यकों का सम्मान करना चाहिए. क्या आप जानते हैं कि बेलडांगा में दंगा क्यों शुरू हुआ? क्योंकि पूजा समिति के गेट पर लगे इलेक्ट्रॉनिक डिस्प्ले में पैगंबर को गाली दी गई थी. मैं मुख्य सचिव और अपने डीजीपी के साथ पूरी रात जागती रही. अगर कोई माँ काली या मेरे भगवान के खिलाफ कुछ भी कहता है तो मैं बर्दाश्त नहीं करूँगी.'

मुख्यमंत्री ने कहा,'मैं हिंदू इलाकों में मुसलमानों और मुस्लिम मौलवियों की सुरक्षा करने में कामयाब रही मुझे पता है कि मुर्शिदाबाद में एक समूह सक्रिय है जो दंगा फैलाने की कोशिश करता है. लेकिन आप ऐसा करने की कोशिश क्यों करेंगे? अगर मैं हिंदू धर्म में पैदा हुई हूं तो इसका मतलब यह नहीं है कि मैं दूसरे धर्म से नफरत करती हूं. '

Advertisement

यह भी पढ़ें: महाराष्ट्र सरकार ने वापस लिया वक्फ बोर्ड को 10 करोड़ देने का फैसला, बीजेपी ने किया था विरोध

Live TV

Advertisement
Advertisement