पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और TMC की नेता ममता बनर्जी सोमवार को संदेशखाली पहुंचीं. ये वही संदेशखाली है, जहां TMC के नेताओं पर जबरन जमीन कब्जा करने और यौन शोषण के आरोप लगे थे. इन आरोपों के बाद ममता बनर्जी का यह पहला संदेशखाली दौरा है.
पिछले हफ्ते राज्य सचिवालय नबन्ना में पत्रकारों से बात करते हुए TMC सुप्रीमो ने कहा कि उनकी यात्रा का उद्देश्य राज्य सरकार की योजनाओं के तहत लाभ वितरित करना और स्थानीय लोगों की चिंताओं को दूर करना है.
'इस यात्रा का प्लान पहले ही बन गया था'
ममता बनर्जी ने कहा था कि ये एक सरकारी दौरा है, जिसमें इलाके के 20 हजार लाभार्थियों को सरकार की अलग-अलग योजनाओं के जरिए लाभान्वित किया जाएगा. उन्होंने आगे कहा कि मुझे उम्मीद है कि मैं मंच से लगभग 100 लोगों को विभिन्न योजनाओं का प्रमाण पत्र दूंगी. बनर्जी ने यह भी स्पष्ट किया कि इस यात्रा का प्लान लोकसभा चुनाव से पहले ही बना गया था.
जनवरी में ED के अधिकारियों पर हमला हुआ था
जनवरी 2024 में पश्चिम बंगाल का संदेशखाली तब चर्चा में आया था, जब करोड़ों रुपये के राशन वितरण घोटाले की जांच के दौरान संदेशखली में टीएमसी के मजबूत नेता शेख शाहजहां के आवास पर छापा मारने गए प्रवर्तन निदेशालय (ED) के अधिकारियों पर हमला किया गया और उनके वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया गया था.
टीएमसी पर शाहजहां को बचाने का आरोप लगा था
इस घटना के सामने आने के बाद क्षेत्र की कई महिलाओं ने आरोप लगाया कि शाहजहां और उसके सहयोगियों ने उनकी जमीन पर जबरदस्ती कब्जा कर लिया है और उनका यौन उत्पीड़न किया है. इन आरोपों के लगने के बाद विपक्षी पार्टियां एक्शन मोड में आ गईं और शाहजहां की तत्काल गिरफ्तारी की मांग करने लगीं. भाजपा, सीपीआई (एम) और कांग्रेस ने टीएमसी पर शाहजहां को बचाने का आरोप लगाया था.