कोलकाता पुलिस ने एक डॉक्टर को धमकी देने और जबरन वसूली करने के आरोप में कोलकाता में एक टीएमसी पार्षद के दो करीबी सहयोगियों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार दोनों आरोपियों की पहचान क्रांति जाना और पलाश के रूप में हुई है. वे कोलकाता नगर निगम में वार्ड नंबर 110 के पार्षद और टीएमसी नेता स्वराज मंडल के करीबी माने जाते हैं.
रंगदारी की शिकायत डॉ. प्रणव कुमार दस्तीदार ने पाटुली थाने में दर्ज कराई थी. शिकायत के आधार पर कोलकाता के पाटुली थाने की पुलिस ने दो टीएमसी कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया है.
डॉक्टर ने दर्ज कराई शिकायत
पुलिस सूत्र का दावा है, डॉ. प्रणब कुमार दस्तीदार ने कोलकाता के पाटुली पुलिस स्टेशन में एक लिखित शिकायत दर्ज कराई है, जिसमें आरोप लगाया गया है कि 16 अगस्त से उन्हें दो लोगों द्वारा धमकी दी जा रही है, जो स्थानीय टीएमसी पार्षद के करीबी सहयोगी हैं.
टीएमसी कार्यकर्ताओं ने दी थी धमकी
आरोप था कि, दोनों आरोपी पाटुली इलाके में चल रहे निर्माण कार्य के लिए डॉक्टर से एक लाख रुपये की मांग कर रहे थे. निर्माण कार्य पिछले महीने शुरू हुआ था और अभी चल रहा था. लेकिन इस दौरान, टीएमसी कार्यकर्ताओं ने कथित तौर पर मजदूरों को काम बंद करने की धमकी दी और पैसों की मांग की और कहा अगर डॉक्टर उसी जगह पर निर्माण जारी रखना चाहता है तो उसे 1 लाख रुपये देने होंगे.
पुलिस ने दो आरोपियों को किया गिरफ्तार
सूत्र का दावा है, डॉक्टर को जवाब देने में काफी समय लगा क्योंकि उनकी तबीयत ठीक नहीं थी लेकिन आरोपी टीएमसी कार्यकर्ताओं ने कथित तौर पर मजदूरों को तब तक काम शुरू नहीं करने दिया जब तक उन्हें पैसे नहीं मिल गए. इसके बाद, डॉक्टर ने पाटुली पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई और प्रणब कुमार दस्तीदार की शिकायत और पाटुली पुलिस स्टेशन द्वारा शुरू की गई जांच के आधार पर बीएनएस की धारा 308 (2) / 351 (2) / 54 के तहत एक प्राथमिकी दर्ज की गई.
जांच के दौरान शनिवार को मुख्य आरोपी क्रांति जना व एक अन्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है.