आग की लपटों के बीच घिरी एक नौ साल की बच्ची ने बड़ी ही बहादुरी का परिचय दिया. आग के खौफनाक मंजर के बीच उसने बेहद सूझबूझ से काम लिया और खुद को आग से बचा लिया. बच्ची की बहादुरी देख फायर ब्रिगेड टीम के चीफ ने कहा कि वह ऐसे हालातों में सबसे बड़ी हीरो बनकर उभरी है.
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दरअसल, अमेरिका के पेन टाउनशिप के एक घर में अचानक आग लग गई. आग की लपटों के बीच एक नौ साल की बच्ची एनी निकोलस फंस गई. घर में धीरे-धीरे धुआं भरता जा रहा था.
आग किचन में लगी थी, लेकिन उसका असर पूरे घर में फैलता जा रहा था. धुएं और आग की लपटों के बीच घिरी एनी निकोलस को देखकर किसी ने नहीं सोचा था कि वो जिंदा बच पाएगी.
घर में आग लगने पर एनी ने बड़ी ही सूझबूझ से काम लिया. एनी निकोलस ने कहा कि मैं देख नहीं सकती थी, मैं वहां सांस भी नहीं ले पा रही थी. तभी मैंने स्कूल में सिखाई गई फायर सेफ़्टी टेक्निक को याद किया और आग से बचने की कोशिश शुरू की.
बच्ची ने WSBT-TV को बताया कि स्कूल में सिखाई गई तरकीब के मुताबिक, आग लगने पर 'एंटर, आइसोलेट एंड सर्च' पर काम करो. सबसे पहले आग वाली जगह से खुद को दूर करो. दरवाजा बंद करो, धुएं से बचने की कोशिश करो, खिड़की खोलो और वहां से मदद के लिए आवाज लगाओ.
एनी निकोलस ने कहा, "मैंने अपने कमरे में रखे तौलिए से खुद को कवर किया. जब फायरमैन आए तो मैंने अपनी खिड़की खोली. उन्हें मैंने मदद के लिए जोर से आवाज लगाई. फिर मैंने अपना स्क्रीन दरवाजा तोड़ दिया और उन्होंने मुझे छत से सुरक्षित निकाल लिया."
दरअसल, बच्ची को जो दूसरी क्लास में जो सिखाया गया था, उसने उसे ही याद कर अपनी जान बचाई. फायर ब्रिगेड टीम के चीफ का कहना है कि उन्होंने एनी से पूछा कि क्या वह ऐसी तनावपूर्ण स्थिति में शांत दिमाग रखने के लिए फायर फाइटर बनना चाहती है? इस पर उसने कहा कि वह पशु चिकित्सक बनना चाहती है.