जॉन बी. गुरडोन और शिन्या यामानाका को संयुक्त रूप से चिकित्सा क्षेत्र का 2012 का नोबेल पुरस्कार दिए जाने की घोषणा की गई. गुरडोन और यामानाका को उनकी उस खोज के लिए यह पुरस्कार दिया गया है, जिसमें कहा गया है कि परिपक्व कोशिकाओं को एक से ज्यादा अंगों या ऊत्तकों को प्रभावित करने में सक्षम बनाने के लिए रिप्रोग्राम किया जा सकता है.
शिन्या यामानाका को उनके अहम खोज के लिए संयुक्त रूप से चिकित्सा क्षेत्र का 2012 का नोबेल पुरस्कार दिए जाने की घोषणा की गई.
अमेरिकी रसायन विज्ञानियों, रॉबर्ट जे. लेफ्कोविज और ब्रायन के. कोबिल्का को वर्ष 2012 के रसायन शास्त्र के नोबेल पुरस्कार के लिए चुना गया है. उनको यह पुरस्कार 'जी-प्रोटीन-युग्मित रिसेप्टर्स' के उनके अध्ययन के लिए दिया गया है.
साल 2012 में रसायन विज्ञान के लिए नोबेल पुरस्कार के लिए चुने जाने वाले दोनों वैज्ञानिक अमेरिकी ही हैं.
फ्रांसीसी वैज्ञानिक सर्गे हरोशे और अमेरिकी शोधकर्ता डेविड जे. वाइनलैंड को संयुक्त रूप से वर्ष 2012 का भौतिकी का नोबेल पुरस्कार दिया गया है. उन्हें यह पुरस्कार उस नई प्रायोगिक विधि की खोज के लिए दिया गया, जिसके तहत व्यक्तिगत क्वोंटम प्रणालियों की गणना की जा सकती है और उसमें बदलाव भी किए जा सकते हैं. अब तक इसे असंभव समझा जा रहा था.
अमेरिकी शोधकर्ता डेविड जे. वाइनलैंड नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ स्टैंडर्ड्स एंड टेक्नोलॉजी में भौतिकीवेत्ता हैं.