पाकिस्तान और तालिबान का गठजोड़ पूरी दुनिया को पता है लेकिन अभी दोनों के बयानों में वो तालमेल कम नजर आ रहा है. ऐसा लग रहा है कि दो दशक पहले के तालिबान और अब के तालिबान में बहुत फर्क है. पिछले हफ्ते शुक्रवार को पाकिस्तान में अफगानिस्तान के राजदूत नजिबुल्लाह अलीखिल की 27 साल की बेटी सिलसिला अलिखिल को अगवा कर उनकी पिटाई की गई थी. यह घटना इस्लामाबाद में हुई थी. सिलसिला की पिटाई के बाद उन्हें बेहोशी की हालत में टैक्सी से सड़क किनारे छोड़ दिया गया था.
अफगानिस्तान ने इसे लेकर कड़ी आपत्ति जताई और अपने राजदूत को वापस बुला लिया. पाकिस्तान ने इसे दुर्भाग्यपूर्ण कहा है. शुरू में ऐसा लगा कि अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों की वापसी के बाद तालिबान के बढ़ते प्रभाव के बीच ये सब हुआ और इसमें उसी का हाथ होगा. ये हमला किसने किया, अभी तक पता नहीं चल पाया है.
इस मामले में पाकिस्तान को अब अफगान तालिबान ने नसीहत दी है. सुहैल शाहीन अफगान तालिबान के अंतरराष्ट्रीय मीडिया के राजनीतिक प्रवक्ता हैं. उन्होंने एक ट्वीट कर पाकिस्तान से कहा है, ''पाकिस्तान में अफगान लड़की का अपहरण एक आक्रामक कृत्य है और यह मानवता के खिलाफ है. हम इसकी निंदा करते हैं. मैं पाकिस्तान की सरकार से आग्रह करता हूं कि वो दोषियों को पकड़े और सजा दे. हम नहीं चाहते हैं कि दोनों देशों के बीच नफरत फैले.''
तालिबान के इस ट्वीट पर पाकिस्तान के लोग मजे भी ले रहे हैं. गुल बुखारी ने सुहैल के ट्वीट को रीट्वीट करते हुए लिखा है, ''तालिबान पाकिस्तान को मानवता, महिला सुरक्षा और नैतितकता पर भाषण दे रहा है.''
हालांकि, पाकिस्तान में इसे लेकर बयानबाजी तेज है. पाकिस्तान के बड़बोले गृहमंत्री शेख रशीद ने तो बिना किसी आधार के भारत की खुफिया एजेंसी रॉ (रिसर्च एनलिसिस विंग) पर आरोप लगा दिया है. हालांकि, शेख रशीद अपने फालतू के बयानों के लिए जाने जाते हैं. शेख रशीद पूर्व के बयानों में प्रधानमंत्री इमरान खान को भी निशाने पर ले चुके हैं.
रविवार को पाकिस्तानी न्यूज चैनल जिओ के प्रोग्राम नया पाकिस्तान में शेख रशीद ने कहा, ''जांच में पता चला है कि उस महिला का अपहरण नहीं हुआ था. मैं पूरे मुल्क को बताना चाहता हूं कि यह अंतरराष्ट्रीय रैकेट और साजिश है. यह रॉ का एजेंडा है. उस महिला ने पहले खड्डा मार्केट से टैक्सी ली और दामनी कोह तक गई. वहां से फिर दूसरी टैक्सी ली. उसने तीसरी टैक्सी एफ-9 पार्क से ली. लेकिन वह ये बात नहीं मान रही है कि वह रावलपिंडी भी गई थी.''
शेख रशीद ने कहा कि पाकिस्तान में इस तरह की यह पहली घटना है. उन्होंने कहा कि कुछ दिनों में सब कुछ स्पष्ट हो जाएगा. रशीद ने कहा कि सीसीटीवी के चौथे फुटेज की जांच चल रही है.
अफगान राजदूत की बेटी पर हमले से पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच राजनयिक संकट पैदा हो गया है. अफगानिस्तान ने सुरक्षा को देखते हुए अपने राजदूत और सीनियर राजनयिकों को वापस बुला लिया है. अफगानिस्तान ने दोषियों को पकड़ने और सजा देने की मांग की है.
अफगानिस्तान के राजदूत वापस बुलाने के बाद पाकिस्तान ने भी प्रतिक्रिया में अपने राजदूत को पूरे मामले में 'परामर्श' के लिए वापस बुलाया है. पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के अनुसार काबुल से पाकिस्तानी राजदूत मंसूर अहमद खान रविवार शाम इस्लामाबाद पहुंचे हैं. मंसूर अहमद खान विदेश सचिव से मुलाकात करेंगे और पूरे मसले पर बातचीत करेंगे.