अमेरिका में चुनाव परिणामों पर हो रही चर्चा के बीच अमेरिकी विदेश विभाग ने संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) को 1 लाख 73 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा की हथियारों के डील को मंजूरी दे दी है. डेमोक्रेट्स के विरोध के बावजूद इस डील के जरिए अमेरिका अपने स्टील्थ लड़ाकू विमान एफ-35 और एमक्यू-9 रीपर ड्रोन को यूएई को बेचेगा. (Photo: Reuters)
दरअसल, अलजजीरा की एक रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने कहा कि 23 अरब डॉलर से ज्यादा कीमत वाली इस डील में कई उन्नत हथियार प्रणालियों को संयुक्त अरब अमीरात को दिया जाएगा. उन्होंने यह भी कहा कि प्रस्तावित बिक्री अमेरिकी सहयोगियों के साथ यूएई को और भी अधिक सक्षम बनाएगी.
विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने इस बिक्री पैकेज की घोषणा करते हुए बताया कि इसमें 10.4 अरब डॉलर के 50 एफ-35 जेट, 2.97 अरब डॉलर के 18 एमक्यू-9 बी ड्रोन और 10 अरब डॉलर के युद्ध के सामान शमिल हैं. इसमें एफ-35 लड़ाकू विमान, एमक्यो-9बी मानव रहित हवाई प्रणाली और हवा से हवा तथा हवा से जमीन पर हमला करने का पैकेज शामिल है.
डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन ने अमेरिकी संसद को इस बारे में मंगलवार को सूचित किया है. इस सौदे पर डेमोक्रेट्स की तरफ से कुछ सवाल उठाए थे. क्योंकि ईरान के खिलाफ यूएई को मजबूती देने के लिए इसे एक बड़ा सौदा माना जा रहा है. यूएई पिछले कई साल से अमेरिका के एफ-35 स्टील्थ लड़ाकू विमान को खरीदना चाहता था. लेकिन इजरायल की आपत्ति के कारण यह डील लटकी हुई थी