पाकिस्तान के कराची शहर के जिन्ना इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर रविवार रात हथियारों से लैस आतंकवादियों ने हमला कर दिया.
मुंबई में हुए 26/11 हमलों की तर्ज पर किए गए इस अटैक में 10 आतंकियों और पाकिस्तान के 13 जवानों की मौत हो गई.
इस हमले में एयरपोर्ट की इमारत बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई. हमले के पीछे की वजह एयरपोर्ट को तहस-नहस करना था.
आंतकी भारी मशीन गन और बम सहित एयरपोर्ट में घुसने में कामयाब हो गए. जिस टर्मिनल को आंतकियों ने निशाना बनाया वो हज यात्रियों और वीवीआईपी यात्रियों के लिए है.
आतंकियों ने विमान खड़े होने की जगह को कब्जे में ले लिया और उसके बाद कराची के आसामान में धुंए का गुबार उड़ने लगे. रुक-रुक कर गोलियों और धमाकों की आवाज से एयरपोर्ट गूंजने लगा.
पाकिस्तान सरकार ने तुरंत कराची शहर को सील कर दिया. हमला होने के बाद जिन्ना एयरपोर्ट पर सभी फ्लाइट ऑपरेशन रद्द कर दिए गए. इसके साथ ही पाकिस्तान के सभी एयरपोर्ट पर अलर्ट जारी कर दिया गया.
आतंकियों और पाकिस्तान की एएसएफ और सुरक्षा दस्तों के बीच भारी फायरिंग के दौरान एयरपोर्ट पर रखे कार्गो कंटेनरों में भीषण आग लग गई.
इसके बाद आंतकियों ने एक विमान को धमाका कर तहस-नहस कर दिया. आतंकी हमले में एमक्यूएम नेता फारूक सत्तार भी फंस गए. सत्तार हमले के वक्त रनवे पर खड़े विमान में सवार थे. हमला करने वाले आतंकी पश्तो में बातचीत कर अपनी योजना बनाते रहे और कराची एयरपोर्ट पर पाकिस्तान के सुरक्षा कर्मी घंटों लाचार बने रहे.
एयरपोर्ट की सुरक्षा में लगाए गए कैमरे रात में काम करने लायक नहीं हैं. इसका फायदा आतंकियों ने बखूबी उठाया. आतंकी सैटेलाइट फोन के जरिए अपने आकाओं से जुड़े रहे. पूरी रात कराची का एयरपोर्ट गोलियों की तड़तड़ाहट और धमाकों के शोर से गूंजता रहा.
लगभग 5 घंटे तक चले सैन्य अभियान के बाद पाकिस्तानी सेना ने कराची स्थित जिन्ना इंटरनेशनल एयरपोर्ट को अपने कब्जे में ले लिया है.
पाकिस्तान के पारामिलिट्री रेंजर्स के चीफ रिजवान अख्तर ने बताया कि हमला करने वाले 10 संदिग्ध आतंकियों को मार गिराया गया है.
आतंकी संगठन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है.
टीटीपी के प्रवक्ता शाहिदुल्लाह शाहिद ने कहा, 'हमारे संगठन ने कराची एयरपोर्ट पर हमला किया. इसके जरिए हम पाकिस्तानी सरकार को संदेश देना चाहते हैं कि पाकिस्तानी सेना द्वारा किए गए हवाई हमले में मारे गए निर्दोष लोगों का बदला लेने के लिए हम मौजूद हैं. इसके अलावा ड्रोन हमले में मारे हमारे नेता हकिमुल्लाह महसूद की मौत का बदला भी है.'