पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने बुधवार को स्विटजरलैंड के दावोस में विश्व आर्थिक फोरम के मंच से संबोधन दिया. पाकिस्तान के पीएम इमरान खान ने कहा कि उनका देश अब शांति का साथी बन चुका है.
इमरान खान ने कहा, पहले पाकिस्तान को दुनिया के खतरनाक देशों में शुमार किया जाता था लेकिन हमारी सरकार ने सत्ता में आने के बाद से शांति का साझेदार बनने का फैसला किया.
एक बार फिर पाकिस्तान के पीएम इमरान खान ने अफगानिस्तान गृहयुद्ध का जिक्र किया. इमरान ने कहा, सोवियत के अफगानिस्तान छोड़ने के बाद हुए पहले संघर्ष में हमें भारी कीमत चुकानी पड़ी.. इसने हमारी जड़ें खोखली कर दी थी और युद्ध में शामिल होने के बदले ड्रग के लालच व अलगाववादी संगठनों ने समाज को काफी नुकसान पहुंचाया.
उन्होंने कहा, उसके बाद आतंक के खिलाफ युद्ध छेड़ा गया जिसमें 70,000 लोग मारे गए...पाकिस्तान को दुनिया के सबसे खतरनाक देशों में एक समझा जाता था. इसीलिए, जब हमारी सरकार सत्ता में आई तो हमने पूरी चेतना के साथ फैसला लिया कि हम अब केवल शांति के भागीदार बनेंगे. हमने तय कर लिया कि अब हम किसी भी संघर्ष का हिस्सा नहीं बनेंगे.
पाकिस्तान के इमरान खान विश्व आर्थिक फोरम के मंच से दुनिया को संदेश देने की कोशिश की कि उनकी सरकार आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई कर रही है. इमरान ने कहा, 80 के दशक की परंपरा को कायम रखते हुए हमारे यहां तमाम चरमपंथी संगठन ऑपरेट कर रहे थे. लेकिन ये पहली सरकार थी जिसने चरमपंथियों के हथियार जब्त कर उनके पुनर्वास का प्रबंध किया.
पाकिस्तानी पीएम ने कहा कि इन सारी कोशिशों का पहला सकारात्मक नतीजा पर्यटन में बढ़ोतरी के तौर पर देखने को मिला.
पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था बुरे दौर से गुजर रही है, ऐसे में वैश्विक मंच से इमरान खान ने पाकिस्तान के टूरिजम का भी प्रचार किया. इमरान ने कहा, पर्यटन की बात करें तो पाकिस्तान दुनिया के सबसे गुमनाम देशों में से एक है. यहां दुनिया की सबसे पुरानी सभ्यता है, 5000 साल पुरानी सिंधु घाटी सभ्यता है और चारों धर्मों के पवित्रस्थल भी हैं. हमारे देश में वो सब कुछ है जो पर्यटन के लिहाज से होना चाहिए लेकिन पहाड़ी इलाकों समेत तमाम खूबसूरत जगहें अनछुई हैं.
अपनी सरकार के कामकाज की तारीफ करते हुए पाकिस्तानी पीएम ने कहा, हमारे कार्यकाल के पहले साल में ही पर्यटन की हालत सुधरने लगी और 2020 की पाकिस्तान टूरिस्ट डेस्टिनेशन की लिस्ट में शामिल हो गया. हमें लगता है कि पाकिस्तान पर्यटन से काफी राजस्व हासिल कर सकता है.
इमरान खान ने कहा कि उनकी सरकार निवेश आकर्षित करने के लिए हर संभव कोशिश कर रही है. उन्होंने कहा, औद्योगिकीकरण के क्षेत्र में 60 के दशक में पाकिस्तान सबसे तेजी से प्रगति करने वाले देशों में शामिल था. दुर्भाग्य से, 70 के दशक में हम अपने रास्ते से भटक गए और हमारी औद्योगिक प्रगति को नुकसान पहुंचा.
इससे पहले, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सामने कश्मीर का मुद्दा उठाया. ट्रंप ने कश्मीर पर मध्यस्थता का प्रस्ताव भी दिया हालांकि, ट्रंप के बयान के कुछ घंटों बाद भारत सरकार ने कश्मीर मुद्दे को द्विपक्षीय करार दिया और मध्यस्थता के प्रस्ताव को खारिज कर दिया.