रूस-यूक्रेन युद्ध (Russia-Ukraine War) के बीच राहत की एक खबर ये आई है कि यूक्रेन के सुमी (Sumy) इलाके से रूसी सेना वापस लौट रही है. ऐसा दावा किया जा रहा है कि यह सुमी के क्षेत्रीय सैन्य प्रशासन के प्रमुख दिमित्रो झिवित्स्की (Dmytro Zhyvytskyi) की सूझबूझ का नतीजा है. उन्होंने रूसी सेना के कमांडरों के साथ लंबी बातचीत के बाद यह समाधान निकाला. अभी तक इस बात का खुलासा नहीं हुआ है कि किस तरह की बात इन्होंने की, जिससे रूस की सेना वापस चली गई. (फोटोः गेटी)
जब रूस की सेना अपने हथियारों और साजो-सामान के साथ वापस जाने लगी, तब दिमित्रो झिवित्स्की (Dmytro Zhyvytskyi) यूक्रेन के मीडिया संस्थान यूक्रिनफॉर्म (Ukrinform) को बताया कि रूस की सेना जा रही है. हमारी लंबी बातचीत के बाद यह फैसला लिया गया है कि रूस की सेना सुमी इलाके में नहीं रहेगी. साथ ही दोनों देशों ने एकदूसरे के युद्ध बंदियों को भी छोड़ दिया है. यह जानकारी दिमित्रो झिवित्स्की ने बाद में अपने फेसुबक पर एक वीडियो पोस्ट करके भी दी. (फोटोः विकिपीडिया)
न्यूजट्रैकलाइव के अनुसार दिमित्रो झिवित्स्की (Dmytro Zhyvytskyi) ने बताया कि सुमी क्षेत्रीय सैन्य प्रशासन ने रूस की सैन्य टुकड़ी के कमांडर से बात की. लंबी बातचीत के बाद यह तय हुआ कि दोनों देशों की सेना एकदूसरे के युद्ध बंदियों को छोड़ेगी. साथ ही वापस जाएगी. अपने सारे साजो-सामान और हथियार के साथ. इसके बाद रूस की सैन्य टुकड़ी के कमांडर ने कहा कि उन्हें रूस जाने के बाद जेल होगी. (फोटोः एपी)
दिमित्रो झिवित्स्की (Dmytro Zhyvytskyi) ने कहा फिलहाल हम तब तक रूस की सेना पर नजर रखेंगे, जब तक वह पूरी तरह से चले नहीं जाते. क्योंकि हमें खबर मिली है कि अब भी सुमी इलाके में रूसी साजो-सामान रखे हैं. 39 वर्षीय दिमित्रो झिवित्स्की यूक्रेन में इंफ्रास्ट्रक्चर के पूर्व डिप्टी मिनिस्टर रह चुके हैं. फिलहाल वो सुमी इलाके के गवर्नर हैं. इसके अलावा सुमी क्षेत्रीय सैन्य प्रशासन के प्रमुख भी.
दिमित्रो झिवित्स्की (Dmytro Zhyvytskyi) का जन्म 17 सितंबर 1982 में हुआ था. 1999 से 2004 तक उन्होंने सुमी स्टेट यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की. इस दौरान उन्होंने इक्विपमेंट ऑफ केमिकल प्रोडक्शन, एंटरप्राइजेस ऑफ बिल्डिंग मटेरियल, मशीन एंड डिवाइसेज ऑफ केमिकल एंड गैस ऑयल रिफाइनिंग प्रोडक्शन में इंजीनियरिंग की. यहीं से उन्होंने अपनी मास्टर डिग्री भी हासिल की. (फोटोः एपी)
साल 2001 से लेकर 2006 तक कई संस्थानों और निजी कंपनियों में काम करते रहे. इसके बाद 2006 में वॉरसॉ स्थित स्कूल ऑफ लीडर्स में शामिल रहे. फिर 2008 में स्टॉकहोम स्थित स्वीडन के संसद में इंटर्न बनकर वहां के कानून और अन्य चीजों को सीखा. इस दौरान उनके स्वीडिश नेताओं और डिप्लोमैट्स व व्यवसायियों से परिचय हुआ. फिर साल 2010, 2012 और 2014 में स्विट्जरलैंड स्थित लुगानो के चैंबर ऑफ कॉमर्स ऑफ द कैंटन ऑफ तिसिनो के इंटर्नशिप कार्यक्रम में रहे. (फोटोः एपी)
साल 2016 से 2019 तक दिमित्रो झिवित्स्की (Dmytro Zhyvytskyi) सुमी रीजनल स्टेट एडमिनिस्ट्रेशन में डिप्टी चेयरमैन थे. इसके अलावा उनके पास कई अन्य प्रशासनिक जिम्मेदारियां भी थीं. वो लगातार देश के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के साथ सीधे संपर्क में थे. लगातार विकास कार्यों को लेकर मीडिया में चर्चा में आते रहे. (फोटोः गेटी)