होंडुरास की एक जेल में आग लगने से 350 से अधिक कैदियों की मौत हो गई. बताया जाता है कि बचाव दलों को जेल की कोठरियों में बंदियों के जले हुए शव मिले.
आग बुधवार को अंतरराष्ट्रीय समयानुसार चार बज कर 50 मिनट के आसपास लगी और इस पर काबू पाने में तीन घंटे से भी अधिक समय लगा.
जीवित बचे लोगों ने बताया कि बुधवार को आग लगने के कारण उठे धुएं और लपटों की वजह से कैदियों का दम घुटने लगा और वे मदद के लिए चिल्लाने लगे.
विक्टर सेविला नामक एक कैदी अपनी जान बचाने के लिए छत से कूद गया और उसके पैर की हड्डी टूट गई.
अधिकारियों का कहना है कि आग लगने का कारण स्पष्ट नहीं है. पहले उन्होंने कहा कि आग शॉर्ट सर्किट की वजह से लगी. लेकिन बाद में उन्होंने आशंका जताई कि शायद कुछ कैदियों ने जानबूझकर आग लगाई होगी
हादसे में 350 से अधिक कैदियों की मौत हुई है. ज्यादातर की मौत सांस के साथ धुआं अंदर जाने की वजह से हुई.
जीवित बचे एक व्यक्ति ने बताया कि कुछ कैदियों को जहां भी पानी नजर आया, वहीं भागे और खुद को बचाने में सफल रहे.
कैदियों के परिजनों की जेल के बाहर भीड़ लग गई थी क्योंकि वह लोग अपने संबंधियों के बारे में जानकारी चाहते थे. शोक संतप्त परिजनों को वहां से हटाने में जेल प्रशासन को बहुत मुश्किल हुई.
जेल में लगी इस आग को दशक की सर्वाधिक भीषण घटनाओं में से एक माना जा रहा है.
सुरक्षा मंत्री पोम्पेयो बोनिला ने जेल में कहा, ‘अनुमान है कि 350 से अधिक कैदी मरे हैं. हम यह संख्या अधिक होने से इंकार नहीं कर सकते. फिलहाल जांच की जा रही है.’