अमेरिका के कैलिफोर्निया में गुरुवार को हुई गोलीबारी में भारतीय मूल के एक सिख नागरिक समेत 8 लोगों की मौत हो गई. बंदूकधारी ने इस हमले को सैन जोस रेल यार्ड में अंजाम दिया और लोगों को गोलियों से भून दिया.
सैन जोस के एक कर्मचारी सैमुअल कैसिडी ने बुधवार को अपने आठ सहकर्मियों को गोली मार दी. कैलिफोर्निया में यह इस साल की अब तक की सबसे भीषण गोलीबारी है.
जिस सिख व्यक्ति तपतेजदीप सिंह की इस गोलीमारी में मौत हुई है वो वीटीए में लाइट रेल ऑपरेटर थे. वो यार्ड की अलग इमारत में काम करते थे जहां अधिकांश अन्य पीड़ित पाए गए. इससे यह अंदाजा लगाया जा रहा है कि हत्या के आरोपी कैसिडी ने पहले ही लोगों को मारने के लिए चुन लिया था. रिपोर्ट में कहा गया है कि सिंह की वीटीए इमारत की सीढ़ी पर गोली मारकर हत्या कर दी गई.
वीटीए में एक अन्य लाइट रेल ऑपरेटर के रूप में काम करने वाले मृतक सिंह के बहनोई ने पुष्टि की कि शूटर और सिंह शुरू में अलग-अलग इमारतों में थे, लेकिन हत्यारे ने पहले ही अपना शिकार चुन रखा था.
मृतक के चाचा सुखवंत ढिल्लों ने सैन जोस स्थित अखबार को बताया, " मुझे लगता है यह हादसा रास्ते में हुआ, वह (मृतक) हमेशा सभी के लिए मददगार और देखभाल करने वाला था,"
भारत में जन्मे और यूनियन सिटी, कैलिफ़ोर्निया में पले-बढ़े तपतेजदीप सिंह अपने पीछे पत्नी, तीन साल के बेटे, एक साल की बेटी को छोड़कर गए हैं.घाटी परिवहन प्राधिकरण (वीटीए) के सहकर्मियों ने सिंह को नायक के रूप में याद करते हुए उनकी प्रशंसा की. उन्होंने कहा दूसरों की जान बचाने के लिए उन्होंने एक सुरक्षित कार्यालय कक्ष छोड़ दिया ताकि वो यहां तक ना पहुंच सके.